Lok Sabha Election 2024 Preparation: मध्य प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की है. इसके बाद बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) से नाराज कई नेताओं ने तीसरा मोर्चा बनाने की रणनीति पर विचार करना शुरू कर दिया है. लोकसभा चुनाव के पहले मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बागी तीसरे मोर्चे के रूप में अपनी ताकत दिखा सकते हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 5% से ज्यादा वोट लाकर अपनी ताकत दिखा दी है. मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के बागियों ने पूरी ताकत के साथ जन समर्थन हासिल करने का प्रयास किया.
हालांकि मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा एक ही निर्दलीय चुनाव जीतने में सफल हो पाया, मगर अभी बागी प्रत्याशियों के हौसले पस्त नहीं हुए हैं. आलोट से निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस को तीसरे नंबर पर पहुंचने वाले पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू का कहना है कि एमपी में तीसरा मोर्चा बनने वाला है. इसके लिए सभी निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क किया जा रहा है. मध्य प्रदेश में कई विधानसभा सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने बीजेपी और कांग्रेस का गणित बिगाड़ दिया है.
बागी नेताओं का तीसरा मोर्चा हो सकता है शुरू
इस बार ऐसा माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के पहले तीसरा मोर्चा अस्तित्व में आएगा. गुड्डू के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी का विकल्प कांग्रेस के रूप में दिखाई नहीं दे रहा है, इसलिए अब लोगों को किसी और दल की तलाश में है. रतलाम जिले के आलोट से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले जीवन सिंह का कहना है कि सभी निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ बैठकर बातचीत की जाएगी. आने वाले समय में मध्य प्रदेश में तीसरा मोर्चा भी अस्तित्व में आ भी सकता है. अभी वे मध्य प्रदेश से बाहर हैं. मध्य प्रदेश लौटकर आगे रणनीति बनाई जाएगी.
बीजेपी को रोकने की तैयरी तेज
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लहर के बाद अब राजनीतिक समीकरण लगातार बदलते जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूरी ताकत से रोकने की तैयारी कर ली है. मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस भी अबकी बार अच्छा प्रदर्शन करने का दावा कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस की तैयारी भी शुरू करने का ऐलान कर दिया है. हालांकि विधानसभा चुनाव के नतीजे से कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के हौसले पस्त हो गए है.
वोट बैंक के प्रतिशत में
विधानसभा चुनाव 2023 में निर्दलीय प्रत्याशियों को 5.52 प्रतिशत वोट मिले हैं जबकि बहुजन समाज पार्टी को 3.48% वोट मिले हैं. बीजेपी की बात की जाए तो 48% से ज्यादा वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस को 40% वोट मिले हैं. इसके अलावा शेष सभी राजनीतिक दलों को एक प्रतिशत वोट भी नहीं मिल पाया है. इनमें आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी भी शामिल हैं.