MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में चुनावी शोर थम चुका है. नई सरकार के गठन के लिए शुक्रवार (17 नवम्बर) को वोट डाले जाएंगे और तीन दिसम्बर को नतीजे घोषित होंगे .एक महीने तक मध्य प्रदेश के आसमान पर हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर तो, सड़कों पर वीआईपी गाड़ियां फर्राटा भरती रहीं. इस दौरान मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के सितारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  (PM Narendra Modi), गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah), कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सहित तमाम दिग्गज रैलियों और रोड शो में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगते रहे. 

वहीं इन सबके बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने सबसे ज्यादा चुनाव प्रचार किया. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यानी बुधवार 15 नवम्बर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 12 सभाएं की. इसके बावजूद सीएम शिवराज ने अफसोस के साथ कहा, "हेलीकॉप्टर से उतर कर दौड़ता था और फिर हेलीकाप्टर तक दौड़कर चढ़ता था. फिर भी 165 तक ही पहुंच पाया." 

चुनाव प्रचार में सबसे आगे रहे सीएम शिवराजसीएम शिवराज ने भी प्रदेश में तकरीबन 180 चुनावी सभाओं का प्लान बनाया था, लेकिन अंतिम दिन तक उनकी 165 सभाएं हो सकी. हालांकि, विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई बार पूरा प्रदेश नाप चुके थे. लाडली बहना सम्मेलन के माध्यम से वे लगभग हर जिले और तहसील मुख्यालय तक पहुंचे थे.

अब अगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा चुनाव में इंपैक्ट की बात करें तो, वह स्टार प्रचारकों में भी सबसे आगे रहे. चुनावी सभाओं के मामले में न केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस में भी उनके आसपास कोई नेता नहीं पहुंचा. यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कई चुनावी सभाएं और रोड शो किया, लेकिन पांव-पांव वाले भैया यानी सीएम यानी शिवराज सिंह चौहान सबसे आगे रहे.

वैसे, भारतीय जनता पार्टी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान की जगह पीएम नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे करके चुनाव अभियान शुरू किया था,  लेकिन, जैसे-जैसे प्रचार अभियान आगे बढ़ा पार्टी को अहसास हुआ कि ग्राउंड लेवल पर 'मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना' और सीएम शिवराज सिंह चौहान का एक्सेप्टेंस सब पर भारी है. इसके बाद पार्टी नेतृत्व को भी सीएम शिवराज सिंह चौहान की महिला केंद्रित कैश बेनिफिट सहित अन्य योजनाओं को अपने भाषणों में शामिल करना पड़ा.

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