मध्यप्रदेश में विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सोमवार (01 नवंबर) को कांग्रेस ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. कफ सिरप से हुई बच्चों की मौत, बच्चों पर बढ़ते अत्याचार और सरकार पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा परिसर में अनोखा विरोध जताया. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में इन मसलों को लेकर सरकारी उपेक्षा के खिलाफ हल्ला बोला.
कांग्रेस विधायकों ने अनोखे सांकेतिक प्रदर्शन के माध्यम से भाजपा सरकार की संवेदनहीनता को उजागर किया. प्रदर्शन के दौरान विधायकों ने अपने साथ मासूम बच्चों के पुतले लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया. एक कांग्रेस विधायिका ने ‘पूतना’ के रूप में गैटअप कर भाजपा सरकार की नीतियों और लापरवाही को प्रतीकात्मक रूप से दिखाया, जो मासूमों के जीवन के लिए ख़तरा बन चुकी है.
सरकार बच्चों के मामले में भी संवेदनशील नहीं- उमंग सिंघार
इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, ''सरकार बच्चों के मामले में भी संवेदनशील नहीं है. छिंदवाड़ा में कई परिवारों के घरों के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए, माताओं की गोद सूनी हो गई,लेकिन पूतना बनी सरकार को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी और समीक्षा करने की फुर्सत तक नहीं है. अस्पतालों में ऐसी बदइंतज़ामी है कि बच्चों को चूहे तक कुतर दे रहे हैं, और सरकार इस पर चर्चा करने, जवाब देने और ज़िम्मेदारी तय करने से लगातार बच रही है.''
बीजेपी सरकार की लापरवाही अब असहनीय- उमंग सिंघार
उन्होंने आगे कहा, ''यह सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि प्रदेश में बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की हालत और सरकार की प्राथमिकताओं पर गंभीर प्रश्नचिह्न है. जनता जानना चाहती है कि आखिर सरकार मासूमों की जान से खिलवाड़ होने पर भी खामोश क्यों है? कांग्रेस विधायकों ने साफ तौर से कहा कि भाजपा सरकार की लापरवाही अब असहनीय हो चुकी है. जब सवाल मासूमों के जीवन का हो तो विपक्ष चुप नहीं बैठेगा.