MP Cabinet Minister Net Worth : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव पर 8 करोड़ 56 लाख 50 हजार रुपये का कर्ज है. इनमें मकान, कार आदि का लोन शामिल है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव अपने मंत्रिमंडल में दूसरे नंबर के सबसे अमीर नेता है. उनके पास 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है.


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव पर कर्ज की बात की जाए तो देना बैंक से 6 लाख 25 हजार रुपये का कार लोन है. इसके अलावा बैंक आफ इंडिया से 2 करोड़ 4 लाख 33 हजार रुपये का मकान का लोन लिया है. इसी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा से उनकी 85 लाख रुपये की लिमिट है. स्टेट बैंक आफ भोपाल से भी डॉक्टर मोहन यादव के नाम पर 32 लाख 91 हजार रुपये का लोन है. 


इस तरह उनके परिवार के सदस्यों की देनदारी पर नजर दौड़ाई जाए तो पत्नी भाई और अन्य रिश्तेदारों पर भी लाखों रुपये के अलग-अलग लोन हैं. सभी को मिलाकर यह राशि 8 करोड़ 56 लाख 50 हजार रुपये के आसपास हो रही है. मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल में चैतन्य कश्यप को छोड़ दिया जाए तो उसके बाद डॉक्टर मोहन यादव ही सबसे अमीर विधायक है. 


एमपी मंत्रिमंडल के टॉप 10 अमीर मंत्री
मध्य प्रदेश में बीजेपी के नवनियुक्त कैबिनेट में चैतन्य कश्यप और डॉक्टर मोहन यादव के बाद उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला तीसरे सबसे नंबर के सबसे अमीर विधायक हैं. राजेंद्र शुक्ला 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं जबकि उन पर डेढ़ करोड़ रुपये का कर्ज है. इसी तरह उदय प्रताप सिंह 22 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं, जबकि उन पर एक करोड़ 82 लाख की देनदारी है. पांचवें नंबर पर भोपाल के विधायक विश्वास सारंग का नाम है. वे 18 करोड़ की संपत्ति के मालिक है, मगर उन पर 5 करोड़ 75 लाख की देनदारी है. 


कैलाश विजयवर्गीय पर भी 42 लाख का कर्ज
इस सूची में अगला नाम कुंवर विजय शाह है. वे 17 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के मालिक है, जबकि उन पर एक करोड़ 59 लाख की देनदारी है. गोविंद सिंह राजपूत 14 करोड़ की संपत्ति के मालिक है और उन पर 2 करोड़ 10 लाख की देनदारी है. आठवें नंबर पर कैलाश विजयवर्गीय का नाम है. वे 14 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का मालिक हैं और उन पर 42 लाख रुपये का कर्ज है. तुलसीराम सिलावट 14 करोड़ 45 लाख की संपत्ति के मालिक हैं और उन पर केवल 11 लाख का ही लोन है. दसवें नंबर पर भोपाल की कृष्णा गौर है जिनकी संपत्ति 10 करोड़ से ज्यादा की है जबकि उन पर 59 लाख रुपये की देनदारी है.


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