Mining Ministers Conference In Bhopal: भोपाल (Bhopal) में मंगलवार से खनिज मंत्रियों की दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के आयोजन की शुरुआत हुई. कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) और केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी (Pralhad Joshi) सहित देश भर के 20 खनिज मंत्री शामिल हुए. कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम डॉ. यादव ने कहा कि एमपी संभावनाओं का प्रदेश है. यहां अपार संभावनाएं हैं.


सीएम डॉ. यादव ने कहा "हमें माइनिंग के क्षेत्र में पहला पुरस्कार मिला है. इससे पहले ऐसा कहां होता था कि नीलामी हो और कोई आरोप नहीं लगे. एमपी में अपार संभावनाएं हैं. हम सभी को लेकर चलेंगे." सीएम ने कहा कि खनिज संपदा के क्षेत्र में निजी क्षेत्रों को जोड़कर केन्द्र सरकार ने एक नई पहल की है. इससे नई संभावनाएं बनेगी. हमारा प्रयास रहेगा कि माइनिंग के क्षेत्र में हम उड़ीसा के नक्शेकदम पर चलें. ऑक्शन के नियम के लिए ही हमको पहला पुरस्कार मिला है. केन्द्र सरकार की नई नीति के तहत ये संभव हुआ है. इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में सीएम यादव ने प्रदेश की खनिज नीति और बेस्ट प्रैक्टिस के बारे में बताया. सीएम यादव के पास ही खनिज विभाग का प्रभार है.


100 से ज्यादा नए प्रोजेक्ट शुरू होंगे
वहीं कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केन्द्रीय खनिज सचिव बीएल कांताराव ने कहा कि हमारे देश में 32 लाख स्कवायर किलोमीटर की जमीन है. इसके अलावा 20 लाख स्कवायर किलोमीटर का समुद्री क्षेत्र और उसके नीचे की जमीन हमारी है. हम आने वाले समय में समुद्री क्षेत्र में खनन कराएंगे. समुद्र के नीचे प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा मौजूद है. बीएल कांताराव ने कॉन्फ्रेंस में आने वाले सालों देश में शुरू होने वाली परियाजनाओं के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अगले साल करीब 100 से ज्यादा नए प्रोजेक्ट शुरू होंगे. 


कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता केन्द्रीय कोयला मंत्री ने की
बता दें कि कॉन्फ्रेंस में पहुंचे सीएम मोहन यादव ने केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के साथ कुशाभाऊ ठाकरे सभागार परिसर में केन्द्रीय खान मंत्रालय द्वारा माइनिंग एंड बियॉन्ड विषय पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. भोपाल में आयोजित कॉन्फ्रेंस में 20 राज्यों के खनिज मंत्री शामिल हुए. कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी द्वारा की गई, जबकि मख्य अतिथि के रूप में सीएम डॉ. मोहन यादव शामिल हुए. सम्मेलन में कोहरे, हीरे सहित क्रिटिकल मिनरल्स जैसे फॉस्फोराइट, वैनेडियम, लीथियम, ग्रेफाइट खनन पर भी चर्चा होगी. 


कॉन्फ्रेंस के दौरान उत्तर प्रदेश से आए खनिज मंत्री राकेश सचान ने राज्य के खनन क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि हमारा प्रदेश खनिज खनन क्षेत्र में अच्छा काम कर रहा है. ललितपुर के ग्रेनाइट पत्थर की देशभर में मांग है. इस क्षेत्र में लगातार रिसर्च हो रहा है. हमारा प्रयास है कि इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा रोजगार का सृजन हो.


ये भी पढ़ें-MP IAS-IPS Transfer: शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार को जनसंपर्क विभाग से हटाया, जानिए किसका कहां हुआ तबादला?