MP CD Scandal: मध्य प्रदेश में हनीट्रैप की सीडी ने पूरी राजनीति की बहस का रुख मोड़ दिया है. मध्य प्रदेश में इन दिनों विकास, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य से ज्यादा सीडी को लेकर बहस चल रही है, लेकिन यह बहस किस मुकाम पर जाकर रुकेगी? इस बारे में बड़ा खुलासा करने जा रहे हैं.

 

एक समय था जब मध्यप्रदेश में हनीट्रैप के सवाल पर राजनेताओं की ओर से चुप्पी साध ली जाती थी, लेकिन अब यही मुद्दा सबसे बड़ी बहस का विषय बन गया है. पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने इस बात का दावा किया था कि उनके पास सीडी है, जिसमें संघ और बीजेपी के बड़े नेता बेनकाब हो जाएंगे. इसके बाद जब मामला उछला और कानूनी दांव-पेंच शुरू हुए तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने बयान को पलट दिया. उन्होंने कहा कि उनको सीडी पुलिस अधिकारियों ने दिखाई थी. इस पूरे मामले में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह (Govind Singh) अब भी सीडी को लेकर लगातार दावा कर रहे हैं कि उनके पास सीडी है और वह कई बार बीजेपी के प्रदेश के शीर्ष नेताओं को सीडी दिखाने का निमंत्रण भी दे चुके हैं. 

 

भजन की उम्र में गजल सुनना ठीक नहीं

 

इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी पूर्ण विश्वास के साथ बयान बाजी कर रही है. गृहमंत्री इस बात को लेकर यह भी बयान दे चुके हैं कि भजन सुनने की उम्र में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को गजल नहीं सुनना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की सीडी यदि हो तो सबके सामने आनी चाहिए. दूसरी तरफ इसी प्रकार के बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी अडिग हैं. प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मीडिया से स्पष्ट से बोल चुके हैं कि सीडी को लेकर आ रहे कांग्रेस नेताओं के बयान गलत हैं. 

 

विकास के मुद्दे पर होना चाहिए राजनीति

 

शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने इस मामले में कहा है कि सीडी नहीं बल्कि विकास के मुद्दे पर राजनीति होना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विश्व की बड़ी शक्ति बनकर उभर चुका है. ऐसे में कांग्रेस को छोटी मानसिकता से ऊपर उठकर राजनीति करनी चाहिए. सीडी को लेकर जिस प्रकार के राजनीतिक बयान सामने आ रहे हैं, इससे कांग्रेस की पोल भी खुल गई है. 

 

नेताओं के साथ अधिकारी भी थे कठघरे में

 

मध्यप्रदेश में जब कमलनाथ की सरकार थी उस समय सीडी कांड सुर्खियों बटोर चुका है. इस सीडी कांड को लेकर कथित रूप से यह भी कहा जाता रहा है कि इसमें राजनेताओं के साथ-साथ कई अफसर भी कैद हैं. अभी तक न तो सीडी सामने आई है और न हीं कभी आने की संभावना है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि जो जांच एजेंसी इस मामले की जांच कर रही है, उसे तमाम नेता और अधिकारी औपचारिक रूप से लिखित में दे चुके हैं कि उनके पास ऐसी कोई सीडी नहीं है. ऐसे बयान देने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हैं. ऐसे में भविष्य में भी राजनीतिक मंचों के बयान में ही सीडी कांड सुर्खियों में रहेगा, कोई सीडी अब सामने आना नामुमकिन है.