Jabalpur News:  आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की रिमांड खत्म होने के बाद जबलपुर के बिशप पी. सी. सिंह (Bishop PC Singh) को जेल भेज दिया गया है. वहीं प्रशासन ने भी अब बिशप पी. सी. सिंह के फर्जीवाड़े की जांच शुरू कर दी है. जबलपुर कलेक्टर (Jabalpur Collector) ने इसके लिए जांच टीम गठित की है जो जमीनों के साल 1920 तक के रिकॉर्ड खंगाल रही है.


100 साल पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही जांच टीम
यहां बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फर्जीवाड़े सहित कई आरोपों से घिरे बिशप पीसी सिंह के मामले की जांच ईओडब्ल्यू के साथ जिला प्रशासन से भी कराने का निर्णय लिया था. इसी के चलते अब जिला प्रशासन बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है. जमीनों से जुड़े मामले को लेकर जिला प्रशासन ने कागजी तैयारी पूरी कर ली है और बस आदेश जारी होने वाला है, जिससे बिशप की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं. इस पूरे मामले की जांच और कार्रवाई के लिए कलेक्टर ने एडीएम, एसडीएम और तहसीलदार की टीम गठित की है, जो 100 वर्षों से अधिक पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही हैं.


गलत तरीके से बेची गई जमीनों का चला पता
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, एसडीएम ऋषभ जैन और तहसीलदार श्याम नंदन चंदेल की एक संयुक्त टीम गठित की है. यह टीम वर्षों पुराने जमीनों के रिकॉर्ड खंगाल रही है. पता चला है कि उन्हें कुछ ऐसी जमीनों की जानकारी मिली है जिन्हें गलत तरीक़े से बेचा गया है. सरकारी जमीन पर स्कूल बनाने का मामला भी सामने आ रहा है जिस पर अलग से प्रकरण दर्ज हो सकता है.


जल्द सबके सामने आएगा सच
वहीं, कलेक्टर डॉ. इलैया राजा के मामले को लेकर कहा कि जल्द ही पूरे मामले की सच्चाई सबके सामने आ जाएगी. प्रशासन ने जांच पूरी कर ली है और बस आदेश जारी होने के लिए कुछ दस्तावेज और तैयार हो रहे हैं. 


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