MP Assembly Elections 2023: एमपी में चुनाव की घोषणा से पहले करीब एक साल से लगातार दोनों प्रमुख पार्टियां (बीजेपी- कांग्रेस) धार्मिक रंग में रंगी दिखाई दे रही हैं. साल भर पूरे सूबे में लगातार बड़े धार्मिक अनुष्ठान हुए. राम कथाओं के नदी आयोजनों में एक एक दिन में लाखों की संख्या तक में लोग शामिल हुए. इस बीच सूबे में धार्मिक संत भी सामने आए. वहीं छोटे-मोटे नेताओं से लेकर दिग्गज नेता तक संत शरण में दिखाई दिए. बीजेपी (BJP) के ऐसे आयोजन नई बात नहीं थी, लेकिन उसी राह पर चलते हुए कांग्रेस (Congress) ने भी भगवान राम का सहारा लिया.


 प्रदेश के कई कांगेस नेताओं और विधायकों के साथ-साथ कमलनाथ (Kamal Nath) तक ने रामकथा कराई. अब जब चुनाव शुरू हो गए हैं, तो चुनाव के बीच मे गंगाजल की एंट्री हो गई है. प्रदेश के दमोह (Damoh) से कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आई हैं, जब चुनाव आयोग द्वारा बनाई गई टीम को एक कार से गंगाजल की बोतलें मिली. इन बोतलों पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पन्ना जिले के पवई से कांग्रेस के घोषित उम्मीदवार मुकेश नायक की फोटो लगी हुई है. दरअसल, जिले के पटेरा में आयोग द्वारा बनाई गई एसएसटी और एफएसटी की टीमें लगातार वाहन चेकिंग कर रही हैं.


गंगाजल की बोतलें हुईं बरामद
इसी क्रम में बुधवीर देर रात इस टीम ने एक कार को रोका तो जांच के दौरान कार के अंदर से कुछ बॉटल्स बरामद हुई. इसके बाद जब कार सवार से पूंछा गया तो उसने बताया कि इन बोतलों में गंगाजल है. ये कार भोपाल के कांग्रेस नेता की बताई जा रही है.  गंगाजल की बोतलों में पीसीसी चीफ कामलनाथ और मुकेश नायक की फोटो लगी है. इसके अलावा इसमें कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को भी छापा गया है. बोतलों में बाकायदा कांग्रेस के नर्मदा हर प्रकोष्ठ द्वारा इन बोतलों के वितरण किए जाने का उल्लेख भी है. जांच टीम ने इसे चुनाव आचार सहिंता का उलंघन मानते हुए बोतलों को जब्त किया है.


हालांकि इनकी संख्या महज 18 ही है. आयोग की टीम इस मामले की जांच कर रही है. जिस हिसाब से बोतलों को बनाया गया है और उस पर फोटोज लगाए गए हैं, उससे साफ है कि इनका वितरण बड़े पैमाने पर किया जाएगा और सूबे में इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. बहरहाल जांच जारी है. लेकिन जिस तरह का मामला सामने आया है, उससे साफ है कि कांग्रेस ने बीजेपी के धार्मिक कार्ड को चुनोती देने के लिए ये एक नया तरीका अपनाया है. ये भी साफ है कि अब दोनों सियासी दल कहीं न कहीं एक राह पर हैं. दोनों सूबे में हिंदुत्व का कार्ड खेल रही हैं.


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