MP Election 2023 Result: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इंदौर जिले में क्लीन स्वीप किया है. बीजेपी ने इंदौर की सभी 9 विधानसभा सीटें जीत कर इतिहास रच दिया. बीजेपी की प्रचंड बहुमत के बाद जहां एक तरफ मुख्यमंत्री नाम को लेकर हलचल तेज हो गई है, वहीं इंदौर से इस बार कौन-कौन से नाम मंत्री बनने की रेस में शामिल हैं इस पर भी सभी की नजरें टिकी हुई हैं. बीजेपी ने इंदौर की सभी 9 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. इस ऐतिहासिक जीत के बाद अब हर किसी के जेहन में यही सवाल उठ रहा है कि इंदौर से कौन-कौन से मंत्री पद की शपथ लेगा? फिलहाल यहां से 7 बड़े दावेदार चेहरे मंत्री पद की रेस में नजर आ रहे हैं.


कैलाश विजयवर्गीय 
इस लिस्ट में पहला और सबसे बड़ा नाम बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का है. इंदौर की विधानसभा नंबर-1 से उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला को 57939 वोटों के अंतर से हराया. संजय शुक्ला इस सीट से सिटिंग विधायक थे. कैलाश विजयवर्गीय मालवा निमाड़ में बीजेपी की बड़ी जीत के लीड हीरो रहे हैं. वह 10 साल बाद चुनाव लड़ रहे हैं. विजयवर्गीय की संगठन में मजबूत पकड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भी शामिल हैं. 


रमेश मेंदोला 
इस फेहरिस्त में दूसरा नाम मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा एक लाख सात हजार वोटों से जीतने वाले रमेश मेंदोला का है. लगातार चौथी बार के विधायक निर्वाचित होने वाले रमेश मेंदोला को इस बार मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी या नहीं, इसे लेकर भी अटकलें तेज हैं. 


मालिनी गौड़ 
इंदौर की पूर्व मेयर मालिनी गौड़ भी लगातार चौथी बार विधायक निर्वाचित हुई हैं. बीजेपी ने इस बार मालिनी गौड़ को इंदौर-4 विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था. मालिनी गौड़ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के पीएल राजा मंधवानी लगभग 70 हजार वोटों से हराया. मालिनी गौड़ भी प्रदेश की आगामी बीजेपी सरकार में मंत्री पद के मजबूत दावेदारों में शामिल हैं.


महेंद्र हार्डिया 
इंदौर-5 विधानसभा क्षेत्र से महेंद्र हार्डिया लगातार पांचवी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं. वह इस सीट पर लगातार 2003 से जीतते रहे हैं. महेंद्र हार्डिया पूर्व में शिवराज सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के पद पर रह चुके हैं. महेंद्र हार्डिया एक बार फिर से मंत्री पद के लिए ताल ठोक रहे हैं. 


उषा ठाकुर
महू विधानसभा सीट से चौथी बार उषा ठाकुर विधायक निर्वाचित हुईं. उन्होंने इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी अंतर सिंह दरबार को बड़े अंतर से मात दी. वह शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री भी रही हैं. प्रदेश के नए मंत्रीमंडल के लिए उषा ठाकुर को भी मंत्री पद के लिए एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है. 


तुलसी सिलावट 
शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफी करीबी रहे हैं. ऐसे में सिलावट का दावा भी नए मंत्रिमंडल को लेकर मजबूत माना जा रहा है. सांवेर विधानसभा सीट से तुलसी सिलावट ने दूसरी बार जीत दर्ज की है. तुलसी सिलावट ने इससे पहले यहां से साल 2018 में बीजेपी के राजेश सोनकर को हराया था. 


मधु वर्मा 
मध्य प्रदेश की आगामी सरकार में मंत्री पद के नामों के लेकर चल रहे कयासों में के बीच मधु वर्मा भी एक मजबूत दावेदार माने जा रही है. अनुभव के हिसाब से देखा जाए तो राऊ विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले मधु वर्मा का नाम भी मंत्री पद को लेकर सुर्खियों में है. 


2013 से इंदौर शहर को मंत्रिमंडल में नहीं मिली जगह 
साल 2013 से अब तक इंदौर शहर को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. 2013 में कैलाश विजयवर्गीय जरूर मंत्री बने थे, लेकिन महासचिव बनने के बाद उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया. इस बार इंदौर की सभी नौ सीटें भाजपा के खाते में गई हैं. मंत्रिमंडल में विधायकों के जगह पाने का मुकाबला और कड़ा हो गया है. इस बार मतदाताओं को उम्मीद है कि इंदौर का शहरी क्षेत्र इस बार मंत्रिमंडल की रेस में शामिल हो जायेगा. दावेदारों का कहना है कि यह फैसला पार्टी और आला कमान के हाथों में है. साल 2020 में सत्ता परिवर्तन के बाद में इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र से तुलसी सिलावट और उषा ठाकुर को मंत्री बनाया गया था लेकिन इस बार उम्मीद की जा रही है कि इस बार शहरी इलाके के विधायक को भी मौका मिलेगा.


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