MP Assembly Election 2023 News: आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर इंदौर सहित पूरे मध्य प्रदेश में व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है. विधानसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी इलैया राजा टी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव कार्यक्रम 2023 की घोषणा होने के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. 


चुनाव की तैयारियों को पर चर्चा करते हुए कलेक्टर और जिल निर्वाचन अधिकारी ने कहा, अब तक चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के द्वारा अखबार में प्रकाशित कराए जाने वाले समाचार और अलग-अलग चैनलों पर दिखाए जाने वाले वीडियो पर नजर रखी जाती थी, लेकिन इस बार निर्वाचन आयोग के फैसले के बाद चुनाव में सोशल मीडिया पोस्ट को भी प्रचार का हिस्सा माना जाएगा. चुनावी खर्चे में सोशल मीडिया का खर्चा भी जोड़ा जाएगा. 


'सोशल मीडिया से युवाओं को प्रभावित करने पर नजर'
इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी इलैया राजा टी ने कहा कि एक समय पर प्रत्याशियों के द्वारा केवल समाचार पत्र को ही अपने प्रचार का माध्यम बनाया जाता था. फिर समाचार पत्र के साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के रूप में टीवी के अलग-अलग चैनल को भी प्रचार-प्रसार में शामिल हो गए, लेकिन अब समय बदल चुका है. उन्होंने आगे कहा कि यह जमाना सोशल मीडिया का है, ऐसे में अब हर प्रत्याशी का ध्यान सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को प्रभावित करने का है. सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोगों तक नेता अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं. ये जानकारी या सूचना सोशल मीडिया के जरिए ही वायरल की जाती है.


सोशल मीडिया पर प्रचार चुनावी खर्च में होंगे शामिल
चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न कराने को लेकर इलैया राजा टी ने कहा, ''इस बार चुनाव खर्च की प्रक्रिया में सोशल मीडिया को भी शामिल कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर प्रत्याशियों के अकाउंट से या फिर प्रत्याशियों के पक्ष को ध्यान में रखते हुए डाले जाने वाली पोस्ट भी जिला निर्वाचन कार्यालय की निगरानी में होगी.'' उन्होंने कहा, ''व्हाट्सएप, फेसबुक अथवा ट्विटर या फिर अन्य कोई सोशल मीडिया हैंडल हो, इन सभी पर नजर रखी जाएगी. इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि सोशल मीडिया के जरिए प्रचार करने वाले का जो भी काम प्रत्याशी के द्वारा किया जा रहा है उसका खर्च चुनाव के खर्चे में जोड़ा जाए.''


खर्चों पर ऐसे रखी जाएगी निगरानी
एक सवाल के जवाब में कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए जिला निर्वाचन कार्यालय के अंतर्गत गठित की गई टीम के द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट के खर्च की निगरानी और उसके लिए तालिका तैयार की गई है. अब हर दिन सोशल मीडिया की पोस्ट पर नजर रखकर इस लिस्ट के हिसाब से खर्च संबंधित प्रत्याशी खाते में जोड़ दिया जाएगा.


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