MP News: मध्य प्रदेश के अंदर विधान सभा चुनाव नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूरी तरह से चुनावी मोड में नजर आ रही है. लगातार भारी-भरकम बैठकों का दौर जारी है. साथ ही साथ प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) लगातार विधायकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करने में लगे हुए हैं.


इसी की चलते बीते दिन राजधानी भोपाल में प्रदेश कार्यसमिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें चुनाव को लेकर नई रणनीति तैयार की गई है. इसके अंतर्गत विभिन्न मुद्दों पर शीर्ष नेतृत्व ने चर्चा की जिसे विधायकों तक पहुंचाने का जिम्मा संगठन ने सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को सौंपा. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज विधायकों से चर्चा करने वाले हैं और इसीलिए प्रदेश के कई विधायक आज सीएम आवास पर पहुंच रहे हैं.


विधायकों से होगी वन-टू-वन चर्चा


प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से सीएम हाउस पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं से भी आज मुख्यमंत्री चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा करने वाले हैं. सूत्र बताते हैं कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में विभिन्न विधान सभाओं में बन रहे माहौल और वहां संतुष्टि तथा असंतुष्टि को लेकर चर्चा की गई. जिसके अंतर्गत विधायकों के रवैये और उनके क्षेत्र में आ रही समस्याओं के निराकरण हेतु तत्काल प्रभाव से काम करने की आवश्यकता महसूस की गई. इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व्यक्तिगत रूप से विधायकों से फीडबैक लेने वाले हैं. साथ ही साथ, संगठन की दृष्टि से सुझाए गए प्रस्तावों को विधायको के सामने रखने वाले हैं.


कांग्रेस के शीर्ष नेता मैदान में उतरे


भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती है क्योंकि कांग्रेस इस बार चुनाव पूरी ताकत से लड़ती हुई नजर आने वाली है. कांग्रेस ने भी अपने सभी शीर्ष नेताओं को मैदान में उतार दिया है जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी लगातार बैठक के माध्यम से योजना बनाने में लगी हुई है वैसे तो भारतीय जनता पार्टी को कैडर बैस पार्टी कहा जाता है. लेकिन फिर भी प्रदेश का संगठन किसी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता जो भी कमियां निकल कर सामने आ रही हैं. उन्हें शीघ्र दूर कर जनता के बीच में जाने का मन पार्टी बना रही है.


सर्वे के रुझानों को समझकर चिंतन


सर्वे में आ रहे रुझानों को समझते हुए पार्टी लगातार चिंतन कर रही है और मुख्यमंत्री ही लगातार इसी के चलते विधायकों से बार-बार संवाद कर रहे हैं. इस तैयारी का मुख्य उद्देश्य 2018 के चुनाव में जो परिणाम आए थे उससे बचने की तैयारी माना जा रहा है चुनाव के अंत में ऐसे हालात पैदा ना हो जिसके कारण पार्टी की किरकिरी ना हो. साथियों से सत्ता से बाहर होना पड़े. ऐसा कोई भी कारण भारतीय जनता पार्टी जमीन पर छोड़ना नहीं चाहती है. इसीलिए लगातार संवाद के रास्ते समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.


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