Indore Crime News: इंदौर में पिछले कुछ दिनों से लगातार मोबाइल लूट और चैन स्नेचिंग जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं.पुलिस ने मोबाइल लूट की ऐसी ही घटनाओं को अंजाम देने वाले एक गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई राजेंद्र नगर पुलिस ने की है. पूछताछ में इन गिरफ्तार लोगों ने मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की है.पुलिस ने इन लोगों के पास से 32 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. 


पुलिस ने क्या जानकारी दी है


डीसीपी आदित्य मिश्रा ने सोमवार शाम प्रेस वार्ता कर मोबाइल लुटेरी गैंग का खुलासा किया.उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले राजेंद्र नगर थाना पहुंच कर एक फरियादी ने उसके साथ हुई मोबाइल लूट की घटना कि शिकायत की थी.इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपीयो की तलाश के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले थे.वहीं मुखबिर तंत्र को भी एक्टिव किया गया था.मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने कम दामों में मोबाइल फोन बेचने के लिए इंदौर आने वाले आरोपियों की घेराबंदी कर उन्हें गिरफ्तार किया है.पकड़े गए आरोपी इंदौर के आसपास के जिलों के रहने वाले हैं. ये लोग इंदौर में लूट की घटनाओं को अंजाम देने के बाद वापस अपने गांव लौट जाते थे. चार-पांच महीने बाद वो लूटे हुए मोबाइलों को अन्य लोगों को कम दामों में बेच दिया करते थे.


कहां जाकर बेचते थे चोरी का मोबाइल


डीसीपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सुजल उर्फ बाबा निवासी इंदौर,आकाश उर्फ टाइगर निवासी इंदौर,रोहित, पंकज और प्रवीण वर्मा निवासी खरगोन ने पूछताछ में बताया है कि वो लूटे हुए मोबाइल को बेचने के लिए 150 किलोमीटर दूर खरगोन जिले में जाते थे.ये लोग ग्रामीणों को अपनी मजबूरी बताकर कम दामों में मोबाइल फोन बेच दिया करते थे.वही सभी बदमाश अपनी मौज मस्ती के लिए लूट की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे. पुलिस इनसे मोबाइल लूट की और घटनाओं के बारे में पूछताछ कर रही है. 


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