Malmas 2022-23: इस साल शादियों व अन्य मांगलिक कार्यों के लिए 15 दिसंबर आखिरी तारीख है. दरअसल, 16 दिसंबर से धनुर मास (Kharmas 2022) शुरू हो जाएगा, जिसमें विवाह समेत सभी मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध रहता है. एक महीने से ज्यादा समय तक यह धनुर मास चलेगा. इसके बाद 20 जनवरी से फिर मांगलिक कार्य और विवाह समारोह का दौर शुरू होगा.


सनातन धर्म में मुहूर्त का सबसे ज्यादा महत्व माना गया है, ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डिब्बेवाला के मुताबिक आज विवाह समारोह और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए अंतिम मुहूर्त है. इसके बाद 16 दिसंबर से 20 जनवरी तक धनुर मास चलेगा. इस दौरान धार्मिक कार्यों के लिए विशेष अवसर रहेगा, जबकि मांगलिक कार्य और विवाह समारोह का निषेध रहेंगा. इस दौरान हिंदू धर्म में विवाह समारोह को लेकर कोई मुहूर्त नहीं है. वहीं 20 जनवरी के बाद फिर एक बार शादी ब्याह और अन्य मांगलिक कार्यों के अवसर शुरू हो जाएंगे, जो 15 मार्च तक चलेंगे. 


मलमास को बताया धनुर मास
इसके बाद फिर 15 मार्च से 15 अप्रैल तक मीन मास होने की वजह से मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी. 15 अप्रैल से फिर एक बार मुहूर्त के योग बन जाएंगे, जो कि जुलाई माह तक चलेंगे. आमतौर पर लोग दिसंबर के मध्य से जनवरी के मध्य तक के महीने को मलमास के नाम से जानते हैं, लेकिन पंडित अमर डिब्बे वाला के मुताबिक यह धनुर मास के नाम से जाना जाना चाहिए. इस दौरान मांगलिक कार्य भले ही निषेध हों, लेकिन धार्मिक कार्यों के लिए यह सर्वोत्तम समय माना जाता है. इस दौरान किए गए धार्मिक कार्यों का विशेष फल प्राप्त होता है. इसलिए इस दौरान लोग भजन-कीर्तन और पाठ रखवाते हैं. 



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