Madhya Pradesh: सड़क दुर्घटना (Road Accident) रोकने के लिए किये गये सभी उपाय विफल रहने पर टोल कंपनी भगवान की शरण में चली गई. जिसके लिए टोल एजेंसी ने 250 किलोमीटर लंबी सड़क पर गंगाजल (Gangajal) से छिड़काव कराया. इसके अलावा दुर्घटना का शिकार हुए लोगों के लिए हवन और पूजा कराई. 


फोरलेन का निर्माण होने के बाद इस सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. इन्हीं रास्तों में धार जिले के लेबड़ से लेकर रतलाम जिले के जावरा तक का फोरलेन शामिल है. इस 125 किलोमीटर के मार्ग में सैकड़ों लोग सड़क दुर्घटना का शिकार होकर अपनी जान गवा चुके हैं. पिछले दिनों रतलाम जिले के सातरुंडा इलाके में एक ट्रक ने 5 लोगों की जान ले ली थी. 


टैंकर से करवाया गया गंगाजल का छिड़काव


इन दुर्घटनाओं को टालने के लिए कई बार ब्लैक स्पॉट खोजे गए. इसके अलावा सड़क सुधारने के साथ-साथ स्पीड ब्रेकर, संकेतक, डिवाइडर का भी नये सिरे से निर्माण किया गया, मगर दुर्घटनाओं में कमी नहीं आई. इसी के चलते बदनावर के समीप स्थित बोराली टोल टैक्स पर सुंदरकांड और हवन किया गया. इसके अलावा लेबड़ से लेकर जावरा तक पानी के टैंकर के माध्यम से पूरी सड़क पर दोनों तरफ गंगाजल का छिड़काव किया गया.


इस मार्ग पर हो चुकी हैं तीन सौ से ज्यादा दुर्घटनायें


लेबर से नीमच जिले के नया गांव तक 300 किलोमीटर के फोरलेन से लगभग 7 हजार से ज्यादा वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं. इस मार्ग पर 125 किलोमीटर का रास्ता बेहद खतरनाक है इस मार्ग में अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं. वहीं पिछले एक साल की बात की जाए तो यहां लगभग 300 से ज्यादा दुर्घटनायें हुई हैं जिसमें दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है. रतलाम कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और एसपी अभिषेक तिवारी ने पिछले दिनों इसी मार्ग पर एक ब्लैक स्पॉट को खत्म करवाया था. इसके अलावा अतिक्रमण को भी साफ करवाया गया था.


इसलिए करवाया हवन और पूजा


टोल कंपनी के राजेश रामदे के मुताबिक गंगा नदी का जल भरवा कर मंत्रोचार के साथ इसका सड़क पर छिड़काव करवाया गया है, ताकि इस मार्ग पर सड़क दुर्घटना का शिकार हुए लोगों की आत्मा को शांति मिल सके. इसके अतिरिक्त सुंदरकांड और हवन भी कराया गया है. उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए टोल कंपनी द्वारा टोल के आस पास अभियान भी चलाया जा रहा है. 


इसके अलावा पुलिस भी टोल के आसपस तेज गति से दौड़ रहे वाहनों के चालान बनाती है. राजेश रामदे ने कहा कि हवन और पूजा के माध्यम से भगवान से दुर्घटना टालने के लिए विनती की गई है.


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