मध्य प्रदेश के धार जिले के धामनोद में आगरा मुंबई-राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर भारतीय किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले हो रहा प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है. इसी बीच प्रशासन और भारतीय किसान मजदूर महासंघ के पदाधिकारी के बीच आईटीआई कॉलेज में एक बैठक हुई जिसमें मुद्दों पर चर्चा की गई लेकिन बातचीत विफल रही. राष्ट्रीय भारतीय किसान मजदूर महासंघ मालवा प्रान्त मंत्री रामेश्वर गुर्जर ने बताया कि कलेक्टर धार के साथ हुई बैठक में हमने MSP पर बात की. कलेक्टर धार ने कहा कि शासन से बात की जाएगी, लिहाजा हमारी बैठक विफल रही, हमें लिखित में आश्वासन चाहिए जिसके बाद ही हम धरना प्रदर्शन समाप्त करेंगे. साथी उन्होंने कहा कि कल (2 दिसंबर को) हमारे धरना प्रदर्शन में राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार कक्का जी भी जुड़ेंगे.
चक्काजाम किसी समस्या का समाधान नहीं- कलेक्टर
वहीं, धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने कहा कि आज किसान संघ की पदाधिकारी के साथ चर्चा हुई. उनसे आग्रह किया गया है कि सड़क पर जाम की स्थिति निर्मित ना हो लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े, क्योंकि चक्का जाम किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. कलेक्टर ने कहा कि हमने डायवर्सन प्लान किया. सड़क पर एक-एक मिनट कीमती रहता है, गोल्डन आर में किसी की जान भी जा सकती है. नेशनल हाईवे का धामनोद क्षेत्र वैसे भी दुर्घटना संभावित क्षेत्र है. उनसे शांति पूर्वक ज्ञापन के माध्यम से अपनी बात रखने की बात कही गई है. किसानों से कहा गया है कि राज्य शासन की बातें राज्य और केंद्र शासन से की बातें केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रतिनिधि के रूप में कलेक्टर मौजूद है.
यदि स्थिति बिगड़ी तो कोई नहीं बक्शा जाएगा- डीएम
कलेक्टर ने यह भी कहा कि कानून व्यवस्था को जो हाथ में लेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि अभी तक प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है और न ही बल प्रयोग किया गया है, हमें उकसाने की भी कोशिश की गई लेकिन फिर भी हमारे द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. डीएम ने कहा कि यदि स्थिति बिगड़ती है तो किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा.
गीता जयंती पर इंदौर को मिला आधुनिक ‘गीता भवन’, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दी बड़ी सौगात