Mohan Yadav News: मध्य प्रदेश के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही सत्ता की कमान पूरी तरह संभाल ली है. मुख्यमंत्री मोहन यादव कैबिनेट की आज हुई पहली बैठक में ही कई अहम फैसले लिए गए हैं और इसी के साथ इस बाबत आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.


मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 13 दिसंबर (बुधवार) को जारी सीएम के रूप में अपने पहले आदेश में धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने और खुले में मांस की बिक्री पर पाबंदी लगाने समेत कई अहम आदेश जारी किए हैं और इसका पालन नहीं करने पर जुर्माना लगाने की बात भी कही गई है. साथ ही आदतन अपराधी की जमानत निरस्त करने की बात कही गई है. वहीं मध्य प्रदेश सरकार राम मंदिर जाने वालों का स्वागत करेगी.



सीएम के पहले आदेश को ध्यान में रखते हुए धार्मिक स्थलों और अन्य स्थलों में अनियमित अथवा अनियंत्रित ध्वनि विस्तारक यंत्रों (लाउडस्पीकर) के उपयोग को प्रतिबंधित किए जाने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव का पहला आदेश यही है कि धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज़ में लाउड स्पीकर नहीं बजेंगे और खुले में मांस की बिक्री भी प्रतिबंधित रहेगी. सीएम के आदेश के मुताबिक अनियमित और अनियंत्रित ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग पर ही प्रतिबंध है. नियमित एवं नियंत्रित (अनुमत्य डेसिबेल के) उपयोग पर प्रतिबंध नहीं है. 




क्या है मुख्यमंत्री मोहन यादव का पहला आदेश, किन चीजों पर रहेगी पाबंदी? 



  • मुख्यमंत्री मोहन यादव कैबिनेट की पहली बैठक में खुले में मांस और अंडे को बेचने पर पाबंदी लगाने का निर्णय लिया गया है.

  • मंदिर-मस्जिदों के ध्वनि विस्तारक यंत्रों (तेज आवाज में लाउड स्पीकर) पर भी रोक होगी. जो कोई भी इस आदेश का उल्लंघन करेगा उस पर जुर्माना लगाया जाएगा.

  • मध्य प्रदेश सरकार राम मंदिर जाने वालों का स्वागत करेगी.

  • आदतन अपराधी की जमानत निरस्त होगी.


उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव ने आज ही भोपाल में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने पीएम मोदी और राज्यपाल मंगू भाई की मौजूदगी में शपथ ग्रहण की. राज्यपाल ने जगदीश देवड़ा (मंदसौर के मल्हारगढ़ से विधायक) और राजेंद्र शुक्ला (रीवा से विधायक) को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.


मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोहन यादव ने कहा, मुझे मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने के लिए मैं पार्टी आलाकमान का आभारी हूं. यह बीजेपी का चरित्र है जो मेरे जैसे छोटे कार्यकर्ता को भी अवसर देता है. मैंने इस जिम्मेदारी को सेवक की तरह लिया है. मैं विक्रमादित्य की नगरी से आता हूं और उन्हीं के शासनकाल को हम फिर से जीवंत करने की कोशिश करेंगे. मैं जनता की सेवा की दिशा में काम करूंगा. मैं सभी को साथ लेकर चलूंगा और सुशासन सुनिश्चित करूंगा.''


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