Madhya Pradesh Elections 2023: मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपनी फाइव गारंटी (Five Guarantee) को ग्यारह वचन में बदल दिया है.इसके साथ ही कांग्रेस ने अब नया नारा दिया है,"कमलनाथ के साथ,11 वचनों की सौग़ात." कांग्रेस ने अगले विधानसभा चुनाव में बाजी पलटने के लिए अब 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के साथ जाति जनगणना की गारंटी भी दी है.भ्रष्टाचार, घोटाले और उत्पीड़न के आरोपी के बीच ही दोनों दल मतदाताओं को लुभाने के लिए नए वादे भी करते जा रहे हैं.


यहां बताते चले कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है.माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. निर्वाचन आयोग चुनाव की घोषणा 10 अक्टूबर के आसपास कर सकता है.मुख्य प्रतिद्वंदी बीजेपी और कांग्रेस चुनावी समर की अंतिम लड़ाई के लिए कमर कस चुके हैं.

आइये सबसे पहले जानते है कि मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस ने वो कौन सी ग्यारह गारंटी दी है.इसके साथ यह नारा भी दिया गया है-"सबका रखेंगे ख़्याल,
पूरा घर रहेगा ख़ुशहाल"

ये है कांग्रेस की गारंटी

1 - महिलाओं को 1500 रूपये महीने
2 - 500 रुपए में गैस सिलेंडर
3 - 100 यूनिट बिजली का बिल माफ, 200 यूनिट का बिल हाफ
4 - किसानों का कर्ज होगा माफ
5 - पुरानी पेंशन योजना लागू होगी
6 - 5 हॉर्स पावर सिंचाई की बिजली फ़्री
7 - किसानों के बिजली बिल माफ
8 - ओबीसी को 27% आरक्षण
9 - 12 घंटे सिंचाई के लिये बिजली
10 - जातिगत जनगणना करायेंगे
11 - किसानों के मुकदमे वापस होंगे

 



दरअसल, कांग्रेस ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत में पांच गारंटी दी थी.इसी साल 12 जून को महाकोशल के सबसे बड़े शहर जबलपुर में एक पब्लिक मीटिंग में कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी वाड्रा ने पांच गारंटी की घोषणा की थी.इसमें महिलाओं के लिए 1500 रुपये की नारी सम्मान योजना के साथ 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की गारंटी थी.इसी तरह किसानों की कर्जमाफी,कर्मचारियों की पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली और 100 यूनिट तक के बिजली के बिल माफ एवं 200 यूनिट के बिल हाफ करने की गारंटी भी कांग्रेस ने दी थी.

यहां बताते चले की 22 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुंदेलखंड इलाके के सागर जिले में एक पब्लिक मीटिंग में यह ऐलान करके बीजेपी खेमे में खलबली मचा दी कि यदि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो जाति जनगणना की जाएगी.इसके बाद ही कांग्रेस ने जाति जनगणना के साथ अपनी ग्यारह गारंटी का ऐलान किया.
 

वरिष्ठ पत्रकार मनीष गुप्ता बताते है कि मध्य प्रदेश में ओबीसी वोटरों की तादाद 50% के आसपास है.वही,अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या भी तकरीबन 16% है.मध्यप्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में अनुसूचित जाति के लिए 35 सीट रिज़र्व है.इसी वजह से कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण के साथ जाति जनगणना का दांव चल दिया है.