Madhya Pradesh News: नींबू के बढ़ते दामों ने ग्राहकों का जी खट्टा कर दिया है. मंडी में ही नींबू की कीमत इतनी है कि लोग नींबू से दूरी बनाने लग गये हैं. कभी प्याज, कभी धनिया, तो कभी लहसुन ने तेज भाव दिखाए हैं. लेकिन इन सबको नींबू ने पीछे छोड़ दिया है . नींबू के भाव पहली बार में सारे रिकॉर्ड तोड़ चुका है. हालांकि इन सबके बीच हाइब्रिड नींबू सस्ते दामों पर बाजार में आ गया है, मगर फिलहाल लोगों में इसकी डिमांड कम है. 


गर्मी के दिनों में नींबू की आवश्यकता और महत्ता किसी से छिपी नहीं है. लेकिन इन दिनों नींबू के भाव आसमान पर होने की वजह से यह गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों से काफी दूर हो गया है. वर्तमान दिनों में उज्जैन, इंदौर, शाजापुर, आगर, देवास, मंदसौर, नीमच, भोपाल सहित मध्य प्रदेश के सभी जिलों में नींबू कम से कम 300 रुपए किलो बिक रहा है. सब्जियों के इतिहास में यह पहला मौका है जब नींबू के भाव इतने अधिक हो गए हैं. 


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महंगे नींबू के पीछे महाराष्ट्र सहित दूसरे प्रदेशों से सप्लाई
महंगे नींबू के पीछे की वजह यह है कि नींबू फिलहाल महाराष्ट्र सहित दूसरे प्रदेशों से सप्लाई किया जा रहा है. देशभर में नींबू की डिमांड बढ़ती जा रही है जबकि पूर्ति उतनी नहीं हो पा रही है. इसके चलते भी नींबू के भाव बढ़ गए हैं. इन सबके बीच उज्जैन में हाइब्रिड नींबू की तेजी से आवक हो रही है. हालांकि किसानों का कहना है कि थोक बाजार में 80 रुपए किलो भी बेचने को तैयार हैं. मगर व्यापारी हाइब्रिड नींबू नहीं खरीद रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है. यह हाइब्रिड नींबू देशी नींबू की तरह ही उपयोगी है, बावजूद इसके ग्राहकों के बीच इसकी डिमांड थोड़ी कम है.


हाइब्रिड और देशी नींबू में थोड़ा सा अंतर
देशी नींबू का आकार छोटा होता है और वह स्वाद में काफी खट्टा होता है. देशी नींबू का छिलका बेहद पतला होता है, जबकि हाइब्रिड नींबू देशी नींबू की विशेषताओं के ठीक विपरीत रहता है. यह अधिक खट्टा नहीं होता, इसके अलावा इसका आकार बड़ा होता है. यह संतरे जैसा दिखता है जबकि इसका छिलका भी देशी नींबू की तुलना में कई गुना मोटा रहता है. 




दोनों नींबू के पौधे में भी रहता है अंतर
महिदपुर से उज्जैन मंडी में नींबू बेचने आए राधेश्याम ने बताया कि देशी और हाइब्रिड नींबू के पेड़ अलग-अलग रहते हैं. हाइब्रिड नींबू अचार बनाने के काम में आता है. इसके अलावा देशी नींबू की तुलना में हाइब्रिड नींबू में रस भी अधिक निकलता है. किसान राधेश्याम के मुताबिक व्यापारी और ग्राहक दोनों को ही हाइब्रिड नींबू की विशेषताओं पर भी गौर करना चाहिए. यह देशी नींबू का काफी अच्छा विकल्प है. 


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