रतलाम में एसपी की जनसुनवाई के दौरान एक बड़ा मामला सामने आया, जब कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के पोते देवेंद्र गहलोत की पत्नी दिव्या अपनी शिकायत लेकर पहुंचीं. दिव्या ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना, मारपीट और बेटी को जबरन अपने पास रखने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.
दिव्या का कहना है कि उसके पति देवेंद्र गहलोत, ससुर जितेंद्र गहलोत, देवर विशाल गहलोत और दादी सास अनीता गहलोत 50 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं और रुपए न लाने पर उसे और उसकी 4 साल की बेटी को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.
शादी में बहुत बातें छिपाई गईं- दिव्या
दिव्या ने बताया कि उसकी शादी 29 अप्रैल 2018 को रतलाम जिले के ताल में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुई थी. लेकिन शादी के बाद पता चला कि उसके पति शराब और अन्य नशे करते हैं और दूसरी महिलाओं से भी संबंध रखते हैं.
दिव्या का कहना है कि ससुराल पहुंचते ही स्थितियां बदल गईं. लगातार दहेज की मांग शुरू हो गई और उसके पिता से 50 लाख रुपए लाने का दबाव बनाया जाने लगा.
दिव्या ने यह भी आरोप लगाया कि उसके पति ने कई बार उसके साथ मारपीट की. एक घटना बताते उन्होंने कहा कि मेरे पति ने मुझे छत से नीचे फेंकने की कोशिश की. मैं गैलरी में गिरी. उस रात मुझे अस्पताल भी नहीं ले जाया गया. अगले दिन नागदा से इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल ले गए. दिव्या के मुताबिक, इन हालात में भी ससुराल वालों ने दहेज की मांग बंद नहीं की और बेटी से मिलने तक रोक दिया.
बेटी को अपने पास रखने का आरोप
दिव्या की 4 साल की बेटी है, जिसे ससुराल पक्ष ने अपने पास रखा हुआ है और वह उसे मिलने नहीं देते. दिव्या ने कहा कि नवंबर में वह स्कूल में बेटी से मिलने गई थी, लेकिन पति ने उसे मिलने नहीं दिया और कहा कि अगर मायके से 50 लाख नहीं लाई तो बेटी से मिलने नहीं देंगे.
दिव्या ने बताया कि रतलाम एसपी अमित कुमार ने उसकी शिकायत ली और कहा कि क्योंकि मामला नागदा का है, इसलिए वह उज्जैन रेंज के आईजी और उज्जैन एसपी को शिकायत भेज दें. नागदा उज्जैन जिले में आता है, इसलिए केस वहीं रजिस्टर्ड होगा.
रतलाम के एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने भी इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि दिव्या की शिकायत जनसुनवाई में आई थी. लेकिन मामला उज्जैन जिले का होने के कारण शिकायत को आगे बढ़ाते हुए उज्जैन भेज दिया गया है. पुलिस वहां आवश्यक कार्रवाई करेगी.