Madhya Pradesh Congress State President: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ की विदाई लगभग तय मानी जा रही है. सूबे के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आज दिल्ली में होने वाली हाई लेवल मीटिंग में कमलनाथ अपने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं. यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की पसंद का ही होगा.


यहां बताते चलें कि कमलनाथ पिछले 6 साल से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का दायित्व निभा रहे हैं. साल 2018 में कमलनाथ के नेतृत्व में ही चुनाव लड़कर कांग्रेस ने 15 साल बाद मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी की थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद 15 महीने में उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी. सरकार चली जाने के बावजूद भी कमलनाथ लगातार पार्टी की मजबूती के लिए संघर्ष करते रहे.


इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं कमलनाथ


मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की जोड़ी ने साढ़े तीन साल तक जमकर मेहनत की ताकि एक बार फिर से कांग्रेस की सत्ता में वापसी हो सके. लेकिन तमाम पूर्वानुमानों के विपरीत कांग्रेस को इस विधानसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा. मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे में एक बैठक बुलाई है, जिसमें कमलनाथ अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं. बैठक में राहुल गांधी और के सी वेणुगोपाल सहित मध्य प्रदेश के प्रभारी नेता भी मौजूद रहेंगे. इसमें मध्य प्रदेश में कांग्रेस की बड़ी हार की समीक्षा भी की जाएगी.


युवा या प्रभावशाली नेता को मिल सकती है एमपी की कमान


कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अलाकमान अब कमलनाथ की जगह किसी युवा या प्रभावशाली नेता को मध्य प्रदेश की कमान देना चाहता है. हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि जिस भी नेता को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का मुखिया बनाया जाएगा, वह कमलनाथ का करीबी होगा. आलाकमान चाहता है कि नए अध्यक्ष के नाम पर कामलनाथ की भी सहमति हो. यदि किसी युवा नेता को मध्य प्रदेश की कमान सौंपने का फैसला होता है तो इसमें सबसे प्रमुख नाम दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह, मालवा के सक्रिय नेता जीतू पटवारी, महाकौशल के सक्रिय नेता तरुण भनोट और निमाड़ से आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का लिया जा रहा है.


आदिवासी नेता उमंग सिंघार भी रेस में शामिल


आदिवासी नेता के रूप में उमंग सिंघार का नाम भी मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में आगे चल रहा है. इसी तरह बीना से आने वाले स्वर्गीय अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह राहुल का नाम भी अध्यक्ष के लिए चर्चा में है. महाकौशल से ही आने वाले पार्टी के उपाध्यक्ष आलोक मिश्रा को भी कमलनाथ का बेहद करीबी माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि वह भी पीसीसी चीफ के लिए कमलनाथ की पसंद हो सकते हैं.


चुनौती पूर्ण होगा नए अध्यक्ष का चुनाव


इस बीच पार्टी के एकवतबके का मानना है कि लोकसभा चुनाव तक कमलनाथ को ही पीसीसी चीफ बने रहना चाहिए.कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के परिणामों को देखते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए काफी मुश्किलें आने वाली है. कांग्रेस की सरकार रहने के दौरान ही 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की 29 में से 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसलिए नए अध्यक्ष के लिए लोकसभा चुनाव बेहद चुनौती पूर्ण हो सकता है.


बहरहाल,आज रात तक दिल्ली में कमलनाथ के भविष्य का फैसला हो जाएगा.हालांकि,कमलनाथ पहले ही अध्यक्ष पद से इस्तीफा या विदाई की अटकलों को खारिज कर चुके हैं. अब देखना है कि कांग्रेस 75 साल से ऊपर के हो चले कमलनाथ को ही संगठन चलाने का दायित्व देती है या फिर नए चेहरे को कमान सौंप कर भविष्य की ओर देखती है.


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