Jabalpur Mosquito Diseases: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में हो रही खंड-खंड बारिश (Rain) ने बीमारियों को न्योता दे रखा है. जबलपुर (Jabalpur) जिले में गर्मी और बारिश का कहर देखने को मिला है, जिसकी वजह से बीमारियां पैर पसार रही हैं. बारिश और उमस भरी गर्मी का मौसम डेंगू (Dengue), मलेरिया (Malaria) और चिकनगुनिया (Chikungunya) जैसी बीमारियों के लिए अनुकूल होता है. यही वजह है कि जबलपुर जिले में पिछले एक माह में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों में भारी इजाफा देखने को मिला है.

 

जबलपुर के तमाम सरकारी अस्पताल डेंगू और चिकनगुनिया मरीजों से भरे पड़े हैं, जो आंकड़े निकल कर सामने आए हैं, वह बेहद चौंकाने वाले हैं. डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के जनवरी से लेकर जून महीने में जहां 66 केस सामने आए थे. वहीं जुलाई से अब तक महज डेढ़ महीने में ही 45 केस सामने आ चुके हैं. इसकी प्रमुख वजह रुक-रुक कर हो रही बारिश बताई जा रही है. अगस्त महीने में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों के लिए अनुकूल मौसम बना है. रुक-रुक कर हो रही बारिश से मच्छरों के लार्वा बढ़ते हैं, जो डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने के लिए काफी होते हैं.

 


 

एंटी लार्वा केमिकल का किया जा रहा है छिड़काव

 

नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल समेत जिला अस्पताल और 21 स्वास्थ्य केंद्रों के आंकड़े बताते हैं कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के जॉइंंट डायरेक्टर डॉ. संजय मिश्रा का कहना है कि इस बार डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में है. फिर भी अगर मरीज का प्लेटलेट्स 40000 से कम रहे तो प्लेटलेट चढ़ाने की जरूरत है. इसके साथ ही ऐसी बीमारियों पर रोकथाम लगाने के लिए घर-घर जाकर एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव भी किया जा रहा है.