Mahakal Temple Survey: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में क्षरण की घटना रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से गाइडलाइंस जारी की गई हैं, जिस पर जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (GSI) की टीम लगातार मॉनिटरिंग करती है. यही टीम निरीक्षण करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर पहुंची. जहां पर पूजन सामग्री के सैंपल भी लिए गए. टीम ने फिलहाल महाकालेश्वर मंदिर समिति को किसी प्रकार की कोई हिदायत नहीं दी है.


जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के क्षरण को लेकर बात पहुंची थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से गाइडलाइंस जारी की गई हैं. इसी के मद्देनजर GSI की टीम अक्सर मंदिर में सर्वे करती है. इसी टीम ने मंदिर में सर्वे किया और जानकारी हासिल की.


महाकाल को अर्पित किया जा रहा RO का जल  


फिलहाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है. मंदिर समिति द्वारा यह भी बताया गया है कि गाइडलाइंस के अनुसार मंदिर समिति द्वारा RO का जल भगवान को अर्पित किया जा रहा है. इसके अलावा पूरी गाइडलाइंस का पालन भी किया जा रहा है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि GSI की टीम की ओर से कोई भी नई गाइडलाइंस अभी जारी नहीं की गई हैं. 


GSI टीम ने ली पूजन सामग्री की पूरी जानकारी


GSI की टीम ने पूजन सामग्री का सैंपल लिया है. इस सैंपल को जांच के लिए भेजा जाएगा. महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन होने वाली आरतियों में लगने वाली पूजन सामग्री के बारे में जानकारी भी हासिल की गई. मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में भस्म आरती होती है, जिसमें भगवान को दूध, दही, शहद आदि से स्नान कराने के बाद भांग से श्रृंगार किया जाता है. इसके बाद सुबह प्रातः कालीन आरती, भोग आरती, संध्याकालीन आरती और श्यन आरती में चढ़ने वाली पूजन सामग्री की भी जानकारी एकत्रित की गई है.


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