Jabalpur News: अंतरष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2023) पर जबलपुर में हुए राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम को लेकर बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) नेताओं ने नाराजगी का आसन लगाया है. बीजेपी की राज्यसभा सदस्य सुमित्रा बाल्मीकि ने जहां आमंत्रण पत्र में अपना नाम ना होने की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की है. वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने कार्यक्रम को बीेजेपीमय बनाने का आरोप लगाया है. आमंत्रण पत्र में एक केंद्रीय मंत्री का नाम भी गलत प्रिंट होने की चर्चा है. 


जबलपुर में कितने लोगों ने किया योग


यहां बताते चलें कि बुधवार को जबलपुर मैं उपराष्ट्रपति जगदीप धनकर की उपस्थिति में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का नेशनल लेवल का मेगा इवेंट आयोजित किया गया था. इस दौरान शहर के गैरिसन ग्राउंड में एक साथ 15 हजार लोगों ने योगाभ्यास किया. इसी तरह पूरे जिले में 1 लाख 60 हजार लोगों के योग करने का दावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण के दौरान किया. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी में गैरिसन ग्राउंड में हुआ मुख्य आयोजन विवादों में घिर गया है. 


किस नेता की क्या शिकायत है


बीजेपी की राज्यसभा सदस्य सुमित्रा बाल्मीकि ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की शिकायत कर दी है. उन्होंने सीएम चौहान को बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में मंच पर उनकी कुर्सी तक नहीं लगाई गई थी. वे सीएम के पीछे खाली कुर्सी में बैठ गईं थी. मुख्यमंत्री ने जब उन्हें देखा तो सामने की तरफ कुर्सी लगवाई और उन्हें सम्मानजनक तरीके से बिठाया. सुमित्रा बाल्मीकि ने कहा कि योग दिवस आयोजन लिए जो कार्ड छपे थे,उसमें उनका नाम भी नहीं दिया गया था.उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कलेक्टर से मिलने उनके दफ्तर पहुंचीं तो वहां भी कलेक्टर ने काफी देर बाहर बैठाया था. 


इसी तरह योग दिवस कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में एक और बड़ी चूक सामने आई है. इसमें केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम भी गलत प्रिंट था. उनका नाम 'श्री फग्गल सिंह कुलस्ते' लिखा गया था. आयोजन स्थल पर यह दोनों गलतियां चर्चा का विषय बनी हुई थीं. 


कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के आरोप


कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट विवेक तंखा ने भी आरोप लगाया है कि प्रशासन ने इस पुनीत अवसर को बीजेपी का पार्टी इवेंट बना दिया. तंखा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "21जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस. योग प्रथा भारत का गर्व है. उपराष्ट्रपति जी जबलपुर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि है. प्रदेश और शहर प्रशासन ने इस पुनीत अवसर को बीजेपी का पार्टी इवेंट बना दिया. इतने महत्वपूर्ण दिन और ⁦@VPIndia के कद के प्रख्यात व्यक्ति के साथ इंसाफ़ नहीं किया." 


यह बताते चलें कि आमंत्रण पत्र में प्रोटोकॉल के तहत राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा का नाम भी नहीं था, इसी तरह शहर के प्रथम नागरिक महापौर जगत बहादुर सिंह अनु ने भी आरोप लगाया था कि उन्हें योग दिवस कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया. आयोजन में कांग्रेस नेताओं की गैरमौजूदगी रही.


ये भी पढ़ें


MP News: बाघ और खतरे के बीच अब सियासत की एंट्री, वनमंत्री पर कांग्रेस ने बोला हमला, स्कूलों का बदला समय