India vs New Zealand 3rd ODI: 24 जनवरी को होलकर स्टेडियम (Holkar Stadium) में इंदौर (Indore) के लाल पर दर्शकों की नजर रहेगी. नितिन मेनन (Nitin Menon) भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैच की अंपायरिंग करते नजर आएंगे. दोनों टीमें मैच खेलने के लिए इंदौर पहुंच चुकी हैं. खास संयोग है कि 40 साल में पहली बार इंदौर का बेटा अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच में मैदान पर फैसला सुनाएगा. बेटे को इंदौर की धरती पर अंपायरिंग का अवसर मिलने से पिता गदगद हैं.


इंदौर का लाल कल करेगा मैदान पर फैसला


अंपायर रहे नितिन के पिता नरेंद्र मेनन की इंदौर में अंतरराष्ट्रीय मैच का फैसला सुनाने की इच्छा थी. उनका कहना है कि भले मुझे अवसर नहीं मिला, लेकिन बेटे को मैदान पर अंपायरिंग करते देख काफी खुशी होगी. पहला अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच इंदौर के नेहरू स्टेडियम में 1 दिसबंर, 1983 को खेला गया था. नितिन ने क्रिकेट खेलना कब से शुरू किया था? पिता नरेंद्र बताते हैं कि बेटा 14 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने लगा था. अंडर-16 से मध्यप्रदेश के लिए तीन साल तक खेलने के बाद अंडर-19 भी तीन साल खेला.


भारत-न्यूजीलैंड की टीमों का इंदौर में भिड़ंत


पिता ने बेटे के क्रिकेट की तारीफ करते हुए कहा कि 2007 में अचानक अंपायर बनने की बात कर नितिन ने चौंका दिया. 2009 में नितिन ने बीसीसीआई (BCCI) की अंपायर के होनेवाली बोर्ड परीक्षा पास की. 22 साल की उम्र में नितिन को बीसीसीआई का अंपायर बना दिया गया. 90 इंटरनेशनल मैच में फैसला सुना चुके अंपायर नितिन भी काफी उत्साहित हैं. कल भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला है. सीरीज के शुरुआती दोनों मैच जीतकर टीम इंडिया 2-0 से अजेय बढ़त पर है. दोनों मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखकर लग रहा है कि कल न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत दर्ज करना बहुत मुश्किल नहीं होगा. 


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