इंदौर का शीतला माता बाजार इन दिनों सिर्फ व्यापार का नहीं, बल्कि राजनीति का केंद्र बन गया है. बाजार में एक ओर जहां विधायक मालिनी गौड़ के बेटे और बीजेपी नगर उपाध्यक्ष एकलव्य गौड़ की अपील के बाद दुकानदारों ने मुस्लिम कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के आगमन की सूचना से इस विवाद ने नया मोड़ ले लिया.

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दरअसल, पिछले माह एकलव्य गौड़ ने स्थानीय व्यापारियों से अपील की थी कि वे अपनी दुकानों पर 'जिहादी मानसिकता' रखने वाले लोगों को काम पर न रखें और दुकानों से सभी को बाहर किया जाए. इस अपील के बाद कई दुकानदारों ने मुस्लिम समुदाय से जुड़े कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, जिससे बाजार में धार्मिक ध्रुवीकरण की स्थिति बन गई.

समर्थन में आए व्यापारी

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वहीं शनिवार (27 सितंबर) को शीतला माता बाजार के व्यापारी न सिर्फ इस अपील के समर्थन में सामने आए, बल्कि उन्होंने अपनी दुकानों को भगवा झंडों और झंडियों से सजाया. दुकानों के बाहर जिहादी मानसिकता वालों का समर्थन करने वालों वापस जाओ के जैसे पोस्टर लगाए गए. शादी दिग्विजय सिंह के शीतला माता बाजार में आने की सूचना पर व्यापारी हाथों में चूड़ियां लेकर तैनात रहे और उनके आगमन पर उन्हें चूड़ियां भेंट करने की बात कही.

वही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लिया और शुक्रवार को शीतला माता बाजार पहुंचने की कोशिश की. हालांकि, उन्हें कड़ा विरोध झेलना पड़ा. व्यापारी हाथों में चूड़ियां लेकर खड़े थे और जैसे ही उनकी गाड़ी पहुंची, लोगों ने चूड़ियां फेंकी और 'जिहादी मानसिकता का समर्थन बंद करो' जैसे नारे लगाए. 

सुरक्षा के बीच थाने पहुंचे दिग्विजय सिंह

इसके बाद दिग्विजय सिंह सराफा थाने पहुंचे और एक आवेदन दिया. वहीं दिग्विजय सिंह को पुलिस सुरक्षा में सराफा थाना ले जाया गया, जहां उन्होंने अधिकारियों से चर्चा की और ज्ञापन दिया. लेकिन वहां भी व्यापारियों ने थाने के बाहर नारेबाजी की और दिग्विजय सिंह पर कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. इस दौरान दिग्विजय सिंह मीडिया से बचते नजर आए.

वहीं दिग्विजय सिंह के जाने के तुरंत बाद विधायक पुत्र एकलव्य गौड़ बाजार पहुंचे और व्यापारियों से मिले. उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने उन लोगों को जवाब दिया है जो केवल अपनी वोट की राजनीति चमकाने के लिए यहां आकर माहौल बिगाड़ना चाहते थे. जो 'जिहादी मानसिकता' के समर्थक हैं, उन्हें व्यापारियों ने सबक सिखाया है. 

'किसी भी कीमत पर शांति बिगड़ने नहीं देंगे'

उन्होंने कहा कि हम इस शहर की शांति को किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं देंगे. वहीं उनका कहना है कि मेरे द्वारा ऐसा कोई फरमान नहीं दिया गया है मेरे द्वारा कभी मुस्लिम नाम का इस्तेमाल नहीं किया, व्यापारी एकजुट होकर कोई फैसला लेते है महिलाओं के सम्मान को लेकर तो में उनके साथ हु

'विशेष वर्ग को परेशान करने का माहौल'

वहीं शीतला माता बाजार से लौटने के बाद राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह द्वारा प्रेस वार्ता की गई इस दौरान उन्होंने मीडिया के कई सवालों के जवाब देते हुए जिहाद शब्द को लेकर भी अपनी बात कही. उन्होंने कहा,"आप सोशल मीडिया के गूगल पर जाकर सर्च करें जिहाद क्या है साथ ही उन्होंने कहा कि बगैर मुख्यमंत्री के निर्देशन पर एक भी दंगा नहीं हो सकता है लेकिन जिस तरह से माहौल बनाया जा रहा है वह विशेष वर्ग को परेशान करने का माहौल है."

गौरतलब है कि यह विवाद अब सिर्फ एक बाजार तक सीमित नहीं रह गया है. यह मामला अब सीधे धर्म, राजनीति, रोजगार और सामाजिक ताने-बाने से जुड़ चुका है. जहां बीजेपी समर्थक इसे सामाजिक चेतना बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इसे धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करार दे रहे हैं."