Indore News : इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रावास के एक ब्लॉक से संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का नाम मिटाए जाने का आरोप लगाते हुए कुछ आक्रोशित संगठनों ने बुधवार को संयोगितागंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई.



भीम आर्मी के साथ दो अन्य संगठनों ने भी दी है शिकायत
भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष विनोद यादव आंबेडकर ने बताया कि भीम आर्मी और दो अन्य संगठनों की ओर से संयुक्त तौर पर दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि रेसीडेंसी क्षेत्र स्थित चिकित्सा महाविद्यालय छात्रावास के ब्लॉक नंबर-दो से आंबेडकर का नाम मंगलवार को सफेद रंग पोतकर मिटा दिया गया था. शिकायत में यह भी कहा गया है कि जब मौके पर पहुंचे भीम आर्मी और अन्य संगठनों के नेताओं ने इस ब्लॉक पर दोबारा आंबेडकर का नाम लिखवाया, तो वहां मौजूद कुछ विद्यार्थियों ने इसका कथित रूप से प्रतिकार किया था.

देशद्रोह का हो केस दर्ज
भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष ने बताया, 'हमारी शिकायत में मांग की गई है कि चिकित्सा महाविद्यालय छात्रावास के ब्लॉक से आंबेडकर का नाम मिटाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ देशद्रोह के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की जाए.' संयोगितागंज पुलिस थाने के प्रभारी योगेश तोमर ने शिकायत मिलने की पुष्टि की और बताया कि फिलहाल इस पर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.

पुताई के कारण मिट गया था आंबेडकर का नाम
इस मामले पर चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित का दावा है कि छात्रावास परिसर में जारी पुताई के चलते ब्लॉक नम्बर-दो पर सफेद रंग पोते जाने से वहां आंबेडकर का नाम मिट गया था. उन्होंने बताया कि वहां बाद में नये सिरे से दोबारा आंबेडकर का नाम लिख दिया गया था.

डीन कर रहें हैं गलत दावें
भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष ने डीन के दावे को सरासर गलत बताते हुए कहा कि घटना के वक्त चिकित्सा महाविद्यालय छात्रावास में कोई पुताई नहीं चल रही थी. गौरतलब है कि 'दलितों के मसीहा' के रूप में मशहूर आंबेडकर का जन्म इंदौर के नजदीक महू में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था.


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