Love Jihad: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा सरकारी नवीन विधि कॉलेज के प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगाया गया था. उन्होंने कॉलेज में हंगामा किए जाने और छह प्रोफेसर पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था. इसके बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. इन प्रोफेसरों पर सरकारी कॉलेज में पढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इन प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगाए थे.


जिला कोर्ट के जज करेंगे जांच


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में सरकारी नवीन विधि कॉलेज में आंदोलन करते हुए प्रोफेसर अमिक खोकर, डॉक्टर फिरोज अहमद मीर, प्रोफेसर सोहेल अहमद वानी, प्रोफेसर मिलिंद कुमार गौतम, डॉ पूर्णिमा वैसे और डॉ मिर्जा मोजीज बेग पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया गया था. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता दीपेंद्र ठाकुर ने पूरे मामले को लेकर कॉलेज के प्राचार्य इनामुरहमान को शिकायत की थी.


प्राचार्य ने जिला कोर्ट के सेवानिवृत्त जज से मामले की जांच कराने का फैसला लिया है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शिकायत काफी गंभीर थी. इसी वजह से प्राचार्य ने यह फैसला लिया है. प्राचार्य ने 1 सप्ताह के लिए उक्त सभी प्राध्यापकों को पढ़ाने पर रोक लगा दी. हालांकि प्राध्यापक इस पूरे आरोप को गलत बता रहे हैं. उनका कहना है कि कॉलेज में ऐसा माहौल नहीं है जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं. 


जुम्मे पर सभी एक साथ पढ़ते हैं नमाज


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को कुछ प्राध्यापक अपने साथ विद्यार्थियों को भी नमाज पढ़वाने ले जाते हैं. उन्हें अलग से मीटिंग कर टिप्स देते हैं. इस दौरान हिंदू विद्यार्थियों को दूर रखा जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्राध्यापक कॉलेज में लव जेहाद को बढ़ावा दे रहे हैं. 


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