MP Lok Sabha Election 2024: इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस बीजेपी के चक्रव्यूह से बच नहीं पाई. अक्षय कांति बम को उम्मीदवार घोषित करने के बावजूद कांग्रेस ने दो नेताओं का बैकअप रखा था. युवा चेहरे के तौर पर अक्षय कांति बम को मैदान में उतारने से खुद कांग्रेस नेता भी हैरान रह गये थे.


नेताओं को उम्मीद थी कि इंदौर से वरिष्ठ को लोकसभा का टिकट मिलेगा. केंद्रीय नेतृत्व से नाम फाइनल होने के बाद अक्षय कांति बम का नामांकन और प्रचार प्रसार की तैयारी भी शुरू हो गयी थी. कांग्रेस को आशंका थी कि खजुराहो जैसी घटना इंदौर में भी हो सकती है.


इसलिए राऊ के रहने वाले कांग्रेस नेता लीलाधर चौहान और बडोली के रहने वाले नेता मोती सिंह पिता छतर सिंह का भी नामांकन पर्चा भरवाया गया. दोनों नेताओं ने "इंडियन नेशनल कांग्रेस" (INC) के नाम से पर्चा दाखिल किया. जब बी-फार्म के साथ अक्षय कांति बम का नामांकन मुख्य जिला निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंचा तो बाकी दो नेताओं के नामांकन निरस्त हो गए.


बीजेपी के चक्रव्यूह में फंसी कांग्रेस!


इस तरह कांग्रेस की दो नेताओं के बैकअप वाली रणनीति काम नहीं आई. इंदौर में बीजेपी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, निर्दलीय सहित 33 नामांकन दाखिल हुए थे. इनमें से चार नामांकन निरस्त हुए, जिनमें दो कांग्रेस नेताओं के थे. इसके अलावा निर्दलीय के रूप में सुनील तिवारी और रविंद्र लोखंडे का नामांकन भी किसी कारणवश निरस्त हो गया.


इंदौर लोकसभा सीट का जानें हाल


गौरतलब है कि एक प्रत्याशी चार नामांकन पत्र भर सकता है. इस तरह बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने एक से अधिक नामांकन दाखिल किए थे. अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लेने के साथ बीजेपी में शामिल होकर कांग्रेस को झटका दिया. अब कांग्रेस  कांग्रेस के पास कोई रणनीति नहीं बची. माना जा रहा है कि बचे हुए प्रत्याशी में से किसी पर कांग्रेस दांव लगा सकती है. 


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