Indore News: इंदौर शहर में लगातार धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. जहां जालसाज रोज नए-नए प्रयोग कर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं. अब जालसाज क्षेत्र की रेकी कर क्षेत्र से जुड़े हुए तथ्यों पर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देने का रास्ता निकाला है. ऐसा ही एक धोखाधड़ी का मामला इंदौर के महू क्षेत्र से आया है जहां पर वो सीआईएसएफ का जवान बनकर चपत लगाना चाहता था. 


इंदौर से सटे महू सैन्य क्षेत्र का मामला


दरअसल इंदौर से सटे महू सैन्य क्षेत्र में एक धोखाधड़ी के प्रयास का मामला सामने आया है. हालांकि धोखाधड़ी के मामले तो सामने आते रहते है लेकिन यह मामला कुछ अलग और हटकर है.


क्या था पूरा मामला


मामला यह है कि एक फेमस नाश्ता दुकानदार को पहले तो 50 मटर कचोरी, 20 समोसा, 50 प्लेट पोहा के ऑर्डर व्हाट्सएप पर दिया गया. अपनी पहचान के लिये उसने अपना सीआईएसएफ का आइडेंटिटी कार्ड भी डाला कि यह मेरा आईडी कॉर्ड है में सीआईएसएफ में पदस्थ हूं. उसमें कहा गया कि सवेरे यह आर्डर तैयार कर भेजवा दें. गनीमत रही की दुकानदार की सूझबूझ से जालसाज धोखाधड़ी करने में नाकाम साबित हुआ.


इस नंबर से आया था कॉल


बता दे कि महू के कनाड रोड पर कमल कसेरा की बसंत कचोरी नामक प्रसिद्ध दुकान है. जहां पर कमल कसेरा के फोन पर 31 जनवरी सोमवार रात को मोबाइल नंबर 8890892894 से कॉल आता है. उसने अपने आप को सीआईएसएफ का नायक बताया और नाम अजीत कुमार बताया. फिर दुकानदार को 50 मटर कचोरी, 20 समोसे और 50 प्लेट पोहे का ऑर्डर दिया और कहा कि वह सुबह 10:00 बजे इसे लेने आएगा. दुकानदार कमल कसेरा ने ऑर्डर के मुताबिक माल तैयार कर दिया लेकिन जब वह सुबह नहीं आया तो उसने नंबर पर फोन करके पूछा.


सूझबूझ से जालसाज धोखाधड़ी करने में हुआ नाकाम


जालसाज जो अपने आप को सीआईएसएफ बता रहा था उसने दुकानदार से बिल मांगा. उसने कहा कि वह QR कोड से पैसा नहीं दे पा रहा है इसलिए तुम अपना एटीएम कार्ड का फोटो भेज दो मैं यहां से पैसा डलवा देता हूं और समान उठवा लेता हूं. इतना सुनते ही दुकानदार चौंकन्ना हो गया और उसने एटीएम का फोटो भेजने से मना कर दिया. जिसके बाद से ही जालसाज का मोबाइल बन्द आ रहा है. इसके बाद से दोबारा उसका फोन नहीं आया. 


दुकानदार कमल कसेरा ने दी जानकारी


वहीं दुकानदार कमल कसेरा के अनुसार यह उसकी धोखाधड़ी करने के साजिश थी जो सीआईएसएफ का जवान बनकर आईडी डाल रहा है और फैमेली फोटो भी डाला है. उसके द्वारा अपने फोन नम्बर पर आइडेंटिटी कार्ड भी डाल रखा है निश्चित ही यह फर्जी कॉल था. उसने देखा होगा कि यह सैन्य क्षेत्र है जिसका फायदा उठाकर उसने यह तरकीब निकाली है. हालांकि यह महुँ में यह पहला मामला नही है जिसमे सैन्य अधिकारी बनकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया हो


हालांकि दुकानदार द्वारा महू पुलिस को कोई लिखित शिकायत तो नही की गई लेकिन यह पुलिस और महू आर्मी को इसे गंभीर विषय मानते हुए एक्शन लेकर जांच पड़ताल की जरूरत है. इस बार तो दुकानदार की सूझबूझ से धोखाधड़ी नहीं हुई लेकिन आगे से कोई जालसाज किसी को शिकार न बना सके.


ये भी पढ़ें-


MP Board Exam 2022: दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का टाइम टेबल जारी, एग्जाम में इन प्रोटोकॉल का करना होगा पालन


Shahdol Rape Case: मासूम से रेप के दोषी को मिली उम्र कैद की सजा, बिस्किट का लालच देकर की थी दरिंदगी