Indore News: 'अपने लिये जिये तो क्या जिये, तू जी, ऐ दिल, ज़माने के लिये...' इन पंक्तियों को चरितार्थ करते हुए आज इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एक और महादानी की देहदान की गई. मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए ये देह अब उनकी पढ़ाई के काम आ सकेगी. इंदौर के ही रहने वाले 82 वर्षीय डॉक्टर एके मिश्रा की कल मृत्यु हो गई थी. वो डेंटिस्ट थे. उनके परिवार में वो और उनकी पत्नी डॉक्टर सरोज मिश्रा हैं. 


पति के देवलोक गमन पश्चात उनकी देह मेडिकल छात्रों की पढ़ाई में काम आ सके, इस उद्देश्य से डॉक्टर सरोज ने डॉक्टर मिश्रा की देह को मेडिकल कॉलेज को दान करने का निर्णय लिया. दरअसल दोनों पति पत्नी इंदौर के शासकीय डेंटल कॉलेज में फेकल्टी रहे. ऐसे में कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर संध्या जैन के अनुरोध पर ये निर्णय और प्रबल हुआ और सरोज मिश्रा ने पति की देह को दान करने का निर्णय लिया.


डॉक्टर एके मिश्रा को दी गई अंतिम विदाई
शासकीय डेंटल कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर संध्या जैन ने बताया कि उन्होंने सरोज मिश्रा से आग्रह किया कि दिवंगत डॉक्टर मिश्रा के पार्थिव शरीर को एक बार उनकी कर्मस्थली शासकीय डेंटल कॉलेज लाया जाए, जहां वे और सभी मेडिकल छात्र उन्हें अंतिम विदाई दे सकें और श्रद्धासुमन अर्पित कर सकें. निवेदन को स्वीकारते हुए सरोज मिश्रा ने ये इच्छा भी जताई की उनकी देह को मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया जाए. उन्होंने बताया कि डॉक्टर एके मिश्रा की भी यही अंतिम इच्छा थी. आज शासकीय डेंटल कॉलेज में उन्हें अंतिम विदाई देते हुए डॉक्टर सुभाष गर्ग, डॉक्टर बीएम श्रीवास्तव, डॉक्टर देशराज जैन, डॉक्टर सतीश दावड़ा, डॉक्टर संध्या जैन, डॉक्टर कुलदीप राणा व अन्य फेकल्टी ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए.


ये भी पढ़ें-In PIcs: दुल्हनिया को लेने डेजर्ट मोटर साइकिल पर सवार होकर पहुंचे दूल्हा वैभव, पिता CM मोहन यागव ने निभाईं रस्में