Indore Online Fraud: इंदौर (Indore) पुलिस ने एक ऑनलाइन ठगों के गिरोह को पकड़ा है. ये ठग पहले खुद शिकार बना और उसके बाद खुद शिकार करने लगा. इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपी को गिरफ्तार किया. दरअसल ये चारो आरोपी कॉलेज के छात्र हैं. जो अपना भविष्य उज्जवल करने के लिए माता-पिता से सैकड़ों किलोमीटर दूर मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर में पढ़ाई करने के लिए आए थे. यहां वो अपनी जरूरतों के साथ-साथ महंगे शौक पूरे करने के लिए ठग बन गया. इन्होंने एक एप्लीकेशन के माध्यम से सैकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बनाकर अब तक 80 लाख रुपए ठग लिये. पुलिस ने शिकायत के बाद चारों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं पुलिस इनसे आगे की पूछताछ कर रही है.

ऐसे करते थे ठगी

शहर के आजाद नगर थाना क्षेत्र में कुछ समय पहले ऑनलाइन मार्केटिंग एप्लीकेशन के माध्यम से ठगी के शिकार हुए एक फरियादी ने पुलिस को शिकायत की थी. पीड़ित ने कहा कि एफिलिएट मार्केटिंग के नाम से इंस्टाग्राम पर कुछ समय पहले एक विज्ञापन आया था जिसमें 2000 रुपए देने के बाद चंद घंटों में पैसा कई गुना कर दिया जाता था. आरोपी इतने शातिर थे कि बैंक खाते में रुपए डलवाने के बाद 25 से 30 घंटे में 2000 के 25,000 से 27,000 रुपए करने का झांसा देते थे. इसमें आरोपी हर्षित सिंह चौहान निवासी ग्वालियर जो कि एमबीए की पढ़ाई पूरी कर चुका है.

आरोपी मयंक सिंह चौहान, आरोपी आर्यन ठाकुर व नितिन साहू पूरे गिरोह में नितिन साहू गिरोह का सरगना बताया जा रहा है जो टीकमगढ़ निवासी है. इंदौर आने के बाद उसने यह पूरा ठग गिरोह शुरू किया. ये ठग कई लोगों से खातों में रुपए डलवाने के बाद इंस्टाग्राम आईडी को ब्लॉक कर देता था.

चारों आरोपी कॉलेज के छात्र हैं

वहीं एसीपी मोती उर्र रहमान ने बताया की चारों आरोपी कॉलेज के छात्र हैं. इस कारण से वह कॉलेज में आने वाले नए छात्र को उन्हें पहले लग्जरी लाइफ दिखाते थे. जिससे कि आने वाले नए विद्यार्थी भी इनसे इसी तरह से लग्जरी लाइफ जीने का तरीका पूछते थे.

इसके बाद गिरोह के नितिन साहू सहित आर्यन और मयंक दूसरे छात्रों को यह बताते थे कि तुम्हें केवल अपना बैंक खाता इस्तेमाल करने के लिए देना होगा. जब दूसरे छात्र के खातों में रुपए आने लगते थे तो वह कुछ परसेंटेज रोककर बाकी रुपया गिरोह के इन लोगों को दे दिया करते थे. आरोपियों के पास से 20 एटीएम कार्ड और चेक बुक सहित 7,00,000 का सोना और तीन महंगी बाईक बरामद हुई. आरोपियों ने यह भी बताया कि ऐसा ही एक गिरोह शहर में अन्य छात्रों के द्वारा भी चलाया जा रहा है जिसकी पुलिस अब तलाश में जुट गई है. 

इंस्टाग्राम पर एक आईडी बनाकर की ठगी

गिरोह का सरगना नितिन साहू पहले एफिलिएट मार्केटिंग नामक इंस्टाग्राम पर एक आईडी बनाई. जिसमें कुछ लाखों फॉलोअर को खरीदा गया और इंस्टाग्राम आईडी पर कई लोगों को प्रमोशन के माध्यम से प्रलोभन दिया. जब शिकार इसमें फंसने लगा तो उससे नितिन साहू किसी अन्य व्यक्ति के खाते में रुपए ट्रांसफर करवाता था. जिससे कि किसी को शक ना हो. रुपए खाते में आने के बाद वह एमपी ऑनलाइन से जाकर संबंधित व्यक्ति को लेकर जाता और वह रुपए निकाल लेता था. जिस व्यक्ति के खाते में यह रुपए आते थे उसका भी परसेंटेज फिक्स होता था.

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