Akshay Kanti Bam Joins BJP: मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. इंदौर लोकसभा सीट से उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने सोमवार (29 अप्रैल) को नामांकन वापस ले लिया इसी के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया. कलेक्टर कार्यालय में जाकर बीजेपी के उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने उन्होंने अपना पर्चा वापस लिया था. इस दौरान बीजेपी के नेता रमेश मेंदोला भी साथ थे. 


नामांकन वापस लेने के बाद से अक्षय कांति का फोन बंद आ रहा था. अक्षय कांति बम के बीजेपी में आने के पीछे वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय की अहम भूमिका मानी जाती है. 


कैलाश विजयवर्गीय ने क्या कहा?


इंदौर कैलाश विजयवर्गीय का गढ़ माना जाता है. विजयवर्गीय इंदौर 1 से विधायक हैं. उन्होंने एक्स पर अक्षय कांति बम की तस्वीर के साथ लिखा, ''इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव और  प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी में स्वागत है.''






17 साल पुराने मामले में बढ़ी अक्षय कांति बम की मुसीबत
चार दिन पहले 25 अप्रैल को अक्षय कांति बम सहित कुछ और लोगों पर 17 साल पुराने हत्या के प्रयास मामले को बढ़ाया गया. इस मामले में अगली सुनवाई 10 मई को है.  


बीजेपी उम्मीदवार के सामने अब कोई बड़ी चुनौती नहीं
अक्षय कांति बम ने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले लिया यानी अब वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. कांति बम के नामांकन वापस लेने के बाद बीजेपी के सांसद शंकर लालवानी के सामने कोई खास चुनौती नहीं है. हालांकि अब कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा इसको लेकर तस्वीर साफ नहीं हुई है.






अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने पर कांग्रेस का रिएक्शन
कांग्रेस के सीनियर नेता विवेक तंखा ने अक्षय कांति बम के इस कदम पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'अक्षय बम इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन वापस करके बीजेपी क्या सिद्ध करना चाहती है? कि वह वह विपक्षविहीन प्रजातंत्र इस देश में चाहती है? विपक्ष मुक्त भारत, सूरत और इंदौर के मतदाताओं के साथ घोर प्रजातांत्रिक अन्याय. चुनाव आयोग से हम क्या अपेक्षा कर सकते हैं?''


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