ग्वालियर शहर के सिटी सेंटर इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक पुलिस उपनिरीक्षक ने कथित तौर पर एक युवक को मर्सिडीज-बेंज कार के बोनट पर करीब 200 मीटर तक घसीटते हुए दौड़ा दिया. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और आरोपी उपनिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है.
होटल संचालक से हुई थी कहासुनी
यह घटना बीते गुरुवार की बताई जा रही है, जिसकी पुष्टि शनिवार को अधिकारियों ने की. घटना विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के एक होटल के बाहर की है, जहां उपनिरीक्षक प्रशांत शर्मा 'नो पार्किंग जोन' में कार्रवाई करने पहुंचे थे. इसी दौरान होटल संचालक शुभम भदौरिया से उनकी कहासुनी हो गई.
होटल मालिक के दोस्त अंकित ने जब उपनिरीक्षक शर्मा से पूछताछ की, तो उन्होंने कथित रूप से अंकित की कार का शीशा तोड़ दिया. बात बिगड़ती देख शर्मा अपनी मर्सिडीज कार से मौके से भागने लगे. तभी अंकित कार के सामने आ गया और बोनट पर चढ़ गया.
चश्मदीदों के मुताबिक शर्मा ने इसके बावजूद कार नहीं रोकी और अंकित को बोनट पर लगभग 200 मीटर तक घसीटते रहे. आखिरकार अंकित नीचे गिर गया.
एएसपी रैंक के अधिकारी करेंगे जांच
इस खतरनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद मामला तेजी से चर्चाओं में आ गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी उपनिरीक्षक को शुक्रवार को लाइन हाजिर कर दिया गया है. ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद सक्सेना ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रैंक के अधिकारी को जांच सौंपी गई है.
इस बीच उपनिरीक्षक प्रशांत शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी. उन्होंने दावा किया कि वह वीआईपी ड्यूटी पर थे और सड़क खाली करा रहे थे, लेकिन होटल संचालक और उसके साथियों ने उन्हें रोका. शर्मा ने यह भी कहा कि मर्सिडीज कार उनके पिता की है.
हालांकि इस वीडियो के जरिए घटना को कमतर करके दिखाने की उनकी कोशिशों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग उपनिरीक्षक की भूमिका को लेकर नाराजगी जता रहे हैं और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पुलिस अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि घटना के समय शर्मा शराब के नशे में नहीं थे, जैसी कुछ अफवाहें फैलाई जा रही थीं. फिलहाल जांच जारी है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.