बिहार विधानसभा के चुनाव के बाद परिणाम की चर्चा हर राज्य में हो रही है. अब बिहार में सरकार गठन की तैयारी चल रही है. इन सबके बीच यहां से करीब एक हजार किलोमीटर की दूरी पर बिहार के नतीजों को लेकर एक परिवार में ऐसी झड़प हुई कि खून-खराबा मच गया.
बात हो रही है मध्य प्रदेश के गुना जिले की. पुलिस के मुताबिक, परिवार में बहस के दौरान माहौल इतना गरमा गया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के प्रमुख घटक जनता दल (यूनाइटेड, JDU) के दो समर्थक भाइयों ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) समर्थक अपने ही भांजे को कथित तौर पर कीचड़ में दबाकर मार डाला.
बिहार से गुना मजदूरी करने आए थे मामा- भांजे
गुना पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना कैंट थानाक्षेत्र की पुलिस लाइन के निर्माणाधीन परिसर की है, जहां बिहार के शिवहर जिले से मजदूरी करने आए शंकर मांझी (22) अपने दो परिचितों राजेश मांझी (25) और तूफानी मांझी (27) के साथ ठहरा हुआ था.
रिश्ते में राजेश और तूफानी शंकर के मामा लगते हैं. तीनों लगभग दो-तीन दिन पहले ही गुना पहुंचे थे और रोजमर्रा के काम में लगे थे.
शराब के नशे में राजनीति की बातें शुरू हुईं
थाना प्रभारी अनूप भार्गव ने बताया कि आरंभिक जांच में सामने आया कि शंकर तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी का समर्थक था, जबकि उसके दोनों मामा नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की विचारधारा का समर्थन करते थे.
सभी ने साथ शराब पी और नशे में राजनीति की बातचीत धीरे-धीरे आरोप-प्रत्यारोप में बदल गई. दोनों पक्ष एक-दूसरे को उकसाते रहे और मामला गाली-गलौज तक जा पहुंचा, जिससे स्थिति इस हद तक बिगड़ गई कि राजेश और तूफानी ने गुस्से में शंकर पर हमला कर दिया.
कीचड़ में डुबोकर भांजे की ले ली जान
अनूप भार्गव के मुताबिक, मारपीट इतनी बढ़ गई कि दोनों मामाओं ने मिलकर शंकर को पास की कीचड़ भरी मिट्टी में घसीटा और उसका मुंह पानी और कीचड़ में दबा दिया. उन्होंने तब तक ऐसा किया जब तक कि उसकी सांसें बंद नहीं हो गईं.
वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और युवक को जिला अस्पताल ले गई. वहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. आरोपी राजेश और तूफानी को हिरासत में ले लिया गया है. पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि नशे में बहस इतनी बढ़ गई कि वे खुद पर नियंत्रण नहीं रख पाए.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही परिजनों को सूचना भेज दी है. आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.