Lakshman Singh Gave Advice To Congress: बीजेपी में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को बड़े पदों पर आसीन करके बीजेपी ने एक बड़ा कार्ड खेला है, जहां एक तीर से दो निशाने पार्टी ने लगाए हैं. इससे एक तरफ तो पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा वहीं दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी पार्टी को यूपी और बिहार से बड़ा फायदा होगा. बीजेपी में कार्यकर्ता को देव तुल्य माना गया है और उसे यही संज्ञा दी जाती है. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में जिस प्रकार मुख्यमंत्री की नियुक्तियां की गई हैं, उसे देखकर लगता है कि बीजेपी जमीनी कार्यकर्ताओं को बढ़ावा देना चाहती है, ताकि आने वाले समय में और मजबूत पार्टी बनकर उभर सके.


हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी ने सरकार बहुमत के साथ बनाई है और तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री की नियुक्ति भी हो चुकी है. ऐसे में अब यह देखा जा रहा है कि जो जमीनी कार्यकर्ता हैं, वह अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हैं और बीजेपी उसे फर्श से उठाकर अर्श तक ले जा रही है. यही कारण है कि बीजेपी में कार्यकर्ताओं को देव तुल्य कार्यकर्ता की संज्ञा दी जाती है और उसे पार्टी ने साबित भी किया है.


कांग्रेस नेता ने दी पार्टी को नसीहत 


एक तरफ जहां बीजेपी ने तीन राज्यों में जातिगत कार्ड खेला है, तो वहीं दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी इस फैसले को अहम माना जा रहा है. इस फैसले के बाद कांग्रेस के खेमे में हलचल मची है और कांग्रेस हार से उबर नहीं पा रही है. ऐसे में अपनी पार्टी को सलाह देते हुए कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह (Lakshman Singh) ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस को एक नसीहत दी है.


लक्ष्मण सिंह ने लिखा है कि बीजेपी ने जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री बनाकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है. कांग्रेस के कार्यकर्ता भी उम्मीद लगाकर वर्षों से इस बात का इंतजार कर रहे हैं. विपक्ष में उन्हें सर्वोच्च पद देकर उनका मनोबल बढ़ाया जा सकता है जैसे मल्लिकार्जुन खरगे को नियुक्त किया गया है.


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