Hijab Controversy In Damoh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह (Damoh) शहर में हिन्दू छात्राओं को हिजाब पहनाने से चर्चा में आए गंगा जमुना स्कूल (Ganga Jamna School) के संचालकों पर सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है. अब उनकी दूसरी फर्मों में भी अनेक गड़बडियों के प्रमाण मिलने लगे हैं. शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक सरकारी विभागों ने गंगा जमुना समूह द्वारा संचालित विभिन्न प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की. 


इस दौरान दाल मिल और बीड़ी कारखाने के दस्तावेज की जांच की गई और गड़बड़ी मिलने पर धर्मकांटे को सील कर दिया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की सख्ती के बाद शुक्रवार को वाणिज्य कर विभाग, श्रम विभाग, राजस्व विभाग, वन विभाग, फूड एंड सेफ्टी विभाग और नापतौल विभाग सहित कुछ अन्य विभाग के अधिकारियों की टीम ने दमोह नगर के फुटेरा वार्ड गौरीशंकर तिराहा स्थित गंगा जमुना दाल मिल और गंगा जमुना टॉबेको फैक्ट्री पर छापा मारा. उनके साथ पुलिस और प्रशासन के आधा दर्जन अधिकारी भी छापे में शामिल रहे. 


बीड़ी कारखाना और दाल मिल की जांच
असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर विभाग, एसडीएम दमोह और एसडीएम हटा के साथ पुलिस और विभिन्न विभागों की टीम के यहां पहुंचते ही अफरा तफरी की स्थिति निर्मित हो गई. इस दौरान टीम में शामिल अमले ने परिसर में दस्तावेजों की जांच शुरु कर दी. मुख्य रूप से दाल मिल में रखी सामग्री और उसके क्रय- विक्रय से जुड़े दस्तावेजों के साथ- साथ तेंदूपत्ता भंडारण और बीड़ी निर्माण से जुड़े दस्तावेजों की जांच की गई. जांच टीम में शामिल वाणिज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर उमेश त्रिपाठी के मुताबिक, गंगा जमुना समूह के तमाम उपक्रमों में टैक्स में हेरफेर की शिकायतें सामने आई थीं, जिसके चलते कार्रवाई की जा रही है.


सरकार ने दिए  थे जांच के आदेश
जबलपुर रोड स्थित गंगा जमुना धर्मकांटा पर नापतौल विभाग की टीम पहुंची. यहां जांच करने पर धर्मकांटा की जांच में गड़बड़ियां मिली. धर्मकांटे को फिलहाल सील कर दिया गया है. दरअसल, दमोह जिले के गंगा जमुना स्कूल ने 10वीं में अच्छे नंबरों से पास होने वाली चार हिंदू छात्राओं की हिजाबनुमा स्कार्फ में फोटो अपने पोस्टर में लगाए थे. इसका हिंदू संगठनों ने विरोध किया था. इसका हिंदू संगठनों ने विरोध किया था. प्रशासन ने अपनी प्राथमिक जांच में स्कूल को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन बाल संरक्षण आयोग और हिंदू संगठनों के विरोध के बाद जागी सरकार ने इस मामले में शक्ति दिखाते हुए दोबारा जांच के निर्देश कलेक्टर को दिए थे. 


सीएम शिवराज ने किया था ट्वीट
इसका हिंदू संगठनों ने विरोध किया था. प्रशासन ने अपनी प्राथमिक जांच में स्कूल को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन बाल संरक्षण आयोग और हिंदू संगठनों के विरोध के बाद जागी सरकार ने इस मामले में शक्ति दिखाते हुए दोबारा जांच के निर्देश कलेक्टर को दिए थे. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा था "दमोह के एक विद्यालय में अनियमितताएं पाए जाने पर उसकी मान्यता तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई. मेरे भांजे-भांजियों के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही मध्य प्रदेश सरकार ऐसे कृत्यों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है."


वहीं राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की रिपोर्ट में बताया गया है कि गंगा-जमुना स्कूल के अंदर से एक गुप्त रास्ता मजिस्द के लिए बनाया गया था. स्कूल में कई जगह पर कुरान की आयतें भी लिखी हैं. मामला सामने आने के बाद इन्हें पेंट करवाकर छिपाने की कोशिश की गई है. 


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