MP Politics: विजयपुर विधानसभा उपचुनाव का नतीजा आने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में काफी बदलाव आया है. मंत्री रामनिवास रावत को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. चुनाव हारने के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब रावत समर्थकों और बीजेपी नेताओं के बीच जंग शुरू हो गयी है. जंग सोशल मीडिया पर लड़ी जा रही है. हालांकि रामनिवास रावत ने खुद आगे आकर विवाद को खत्म करने का प्रयास किया.

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विजयपुर उपचुनाव का नतीजा आने के बाद कांग्रेस को ऑक्सीजन मिली है. चुनाव में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित है. दूसरी तरफ रावत समर्थकों और बीजेपी नेताओं के बीच सोशल मीडिया वॉर शुरू हो गया. रावत समर्थकों की तरफ से सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है कि "रामनिवास रावत अभिमन्यु की तरह जयचंदों के चक्र में फंस गए". इसके अलावा रावत समर्थक कई और टिप्पणी कर रहे हैं.

रावत समर्थकों औऱ BJP नेताओं में छिड़ा सोशल मीडिया वॉर

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विवाद बढ़ने के बाद अब खुद पूर्व मंत्री रामनिवास रावत को मैदान में उतरना पड़ा है. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा "सोशल मीडिया पर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भला बुरा कहने वाले मेरे हितैषी नहीं हो सकते हैं. मैं बीजेपी के नेताओं का सम्मान करता हूं." प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मुकेश नायक ने विवाद पर चुटकी ली है.

कांग्रेस के नेता बोले- 'परिणाम आने के बाद ये तो होना ही था'

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि उपचुनाव का नतीजा सामने आने के बाद रामनिवास रावत पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री बन जाएंगे. कांग्रेस की भविष्यवाणी बिल्कुल सटीक साबित हुई है. अब सोशल मीडिया के माध्यम से नई और पुरानी बीजेपी आमने-सामने है. उन्होंने आगे कहा कि मामला सिर्फ विजयपुर का नहीं है बल्कि उन जगहों पर भी हो रहा है जहां पर कांग्रेस छोड़कर नेता बीजेपी में गए हैं. सागर जिला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.

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