5 साल पहले यानी साल 2020 के मार्च महीने में मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा भूचाल आया था, जब 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस की सरकार 15 महीने में ही गिर गई थी. इस पर पहली बार कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने खुलकर अपनी बात रखी है.
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस सरकार के गिरने के पीछे की वजह बताई है. एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मतभेद के कारण ऐसा हुआ था.
मुझे अंदाजा था ऐसी घटना होगी- दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह से जब सवाल किया गया कि ये माना जाता है कि ये सब आपके सलाह के बाद हुआ, इस पर उन्होंने कहा, "ये गलत है, ये प्रचारित किया गया, लेकिन इसके विरुद्ध मैंने ये चेताया था कि ये घटना हो सकती है, और एक उद्योगपति के घर बैठक भी हुई, जहां मैंने ये कहा कि देखिए, इन दोनों की लड़ाई में हमारी सरकार गिर जाएगी तो आप संभालिए क्योंकि आपके दोनों के साथ संबंध अच्छे हैं. लेकिन, काफी बातचीत के बाद भी जो काम करने की दिक्कतें थीं, उसका पालन नहीं हुआ, और मेरे सतत प्रयासों के बाद भी नहीं हो पाया."
छोटे-मोटे मुद्दों पर बनी असहमति- दिग्विजय सिंह
हालांकि दिग्विजय सिंह ने उद्योगपति का नाम अज्ञात रखा. वहीं उनसे जब पूछा गया कि किन मुद्दों पर बात नहीं बन पाई, जिसके जवाब में उन्होंने कहा, "छोटे-मोटे मुद्दे जो भी होते हैं.. जैसे- क्या होना चाहिए? क्या नहीं होना चाहिए? तो इस पर ये तय हुआ कि ग्वालियर-चंबल संवाद में जैसा हम दोनों कहेंगे वैसा वो कर देंगे. अगले दिन हम लोगों ने एक विश लिस्ट बनाकर दे दी. मैंने भी दस्तखत किए. लेकिन उसका पालन नहीं हुआ, जिसके बाद तनाव और बढ़ गया."
बता दें कि ये पहली बार है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 5 साल पहले हुए राजनीतिक अलगाव के बारे में खुलकर जिक्र किया हो. दरअसल, साल 2020 के मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का 18 साल का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था. 2021 के कैबिनेट विस्तार में उन्हें केंद्र सरकार के कैबिनेट में जगह मिली. फिलहाल वे भारत के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री हैं.