MP Government News: पिछले कुछ दिनों से बेमौसम बारिश और ओला की मार से फसले बुरी तरह से चौपट हुई. किसानों की खेत में खड़ी फसल नष्ट हो गई थी. सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) आज (21 मार्च) हेलीकाप्टर से ओला प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने सागर और विदिशा जिले के गांवों में पहुंचे. इस दौरान सीएम ने खेत में तबाह फसलों को देखा और किसानों से चर्चा भी की. इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह ने राहत संबंधी कई बड़े एलान भी किए. सीएम ने अनेक किसानों और महिलाओं से चर्चा कर ढ़ाडस बंधाया.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को सागर जिले के बीना तहसील के ग्राम रूसल्ला पहुंचकर हाल ही में हुई ओलावृष्टि के कारण किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों का खेत पर जाकर जायजा लिया. ग्राम रूसल्ला में सीएम शिवराज सिंह चौहान किसान वीरेंद्र पटेल के खेत पर गए, जहां उन्होंने मसूर और सरसों की क्षतिग्रस्त फसलों का जायजा लिया. सीएम ने ग्राम रूसल्ला के किसानों को ढ़ाढ़स बंधाया और कहा कि मध्य प्रदेश सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ है. संकट के इस दौर में किसानों की आंखों में सरकार आंसू नहीं आने देगी.
सीएम ने कमिश्नर और कलेक्टर को जिले में जहां-जहां किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, वहां पूरी प्रमाणिकता और ईमानदारी के साथ सर्वे कराकर प्रभावितों की सूची पंचायत कार्यालय में चस्पा करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कहा कि जिन किसानों को आपत्ति हो या कोई संशोधन कराना चाहे तो वे करा सकेंगे.
20 जिलों में हालत खराब
सीएम शिवराज ने बताया कि मध्य प्रदेश के 20 जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है. सागर जिले के खुरई, नरयावली, बीना क्षेत्रों में भी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि किसानों को जो मुआवजा राशि दी जाएगी, वह 3 विभागों के संयुक्त दल द्वारा सर्वे करने के बाद दी जाएगी. सर्वे करने में जो विभाग संयुक्त दल में शामिल होंगे, उनमें कृषि, राजस्व और पंचायत विभाग शामिल रहेंगे. सीएम शिवराज ने किसानों से कहा कि दिल मत दुखाना और आंखों में आंसू मत आने देना, सीएम शिवराज सिंह चौहान उनके साथ हैं. सीएम शिवराज ने एक अन्य खेत में भी पहुंचकर अंकुरित हो चुकी गेहूं, चना की फसल को हाथ में लेकर निरीक्षण किया और किसानों से कहा कि संकट की इस घड़ी में वे धैर्य रखें.
कितना मुआवजा मिलेगा?
सीएम शिवराज ने कहा कि हमारे किसान दिन-रात मेहनत करते हैं, खून- पसीना बहाते हैं, तब बड़ी मुश्किल के बाद फसल तैयार होती है. फसल तैयार होने पर किसान प्रसन्न होते हैं, लेकिन ओलावृष्टि होने से किसानों की उम्मीदें धूमिल होती है. इसीलिए उनकी आंखों से आंसू आना जायज है, लेकिन सरकार संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि गेहूं, चना, मसूर की फसल प्रभावित होने पर प्रति हेक्टेयर 32000 रुपये की राशि दी जाएगी. फसल बीमा का कार्य भी साथ- साथ चलेगा. राहत की राशि जो किसी राज्य में नहीं मिलती वह मध्य प्रदेश सरकार देगी. उन्होंने कहा कि किसानों को दोनों तरह की राहत राशि दी जाएगी. फसलों का सर्वे सेटेलाइट से भी करवाने के निर्देश दिए गए.
सीएम के अनुसार जहां बिजली गिरी है और उससे जिन किसानों की मृत्यु हुई है, उनके परिवार को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. गाय, भैंस की मृत्यु होने पर 37 हजार, भेड़ बकरी की मृत्यु होने पर 4 हजार, मुर्गा-मुर्गी की मृत्यु होने पर 100 रुपये प्रत्येक पर दिए जाएंगे. जिन किसानों की फसलें ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनसे ऋण वसूली स्थगित रहेगा. उनके अगले साल का ब्याज भी सरकार भरेगी. ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि 0 फीसदी ब्याज पर फिर से उन्हें कर्ज मिल सके.
सीएम कन्यादान से भी दिया जाएगा राहत
सीएम ने कहा कि ओलावृष्टि से प्रभावित जिन किसानों की बेटियों की शादी होनी है, उन्हें सीएम कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 56 हजार रुपये की राशि दी जाएगी. ओलावृष्टि से पीड़ित ऐसे किसान जो न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए पंजीयन नहीं करा सके हैं, उनके लिए फिर से पोर्टल खुलवाकर उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी यह घोषणा सिर्फ सागर जिले के लिए नहीं, बल्कि प्रदेश के सभी बीस ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के लिए हैं. उन्होंने कलेक्टर से कहा कि सर्वे के बाद पूरी ईमानदारी से आकलन हो. किसानों को नुकसान का मुआवजा और फसल बीमा, दोनों से राहत दिलाई जाए.
इस अवसर पर सीएम शिवराज के साथ बीना के विधायक महेश राय, जिला पंचायत के अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, गौरव सिरोठिया सहित अनेक जनप्रतिनिधि, संभागायुक्त मुकेश शुक्ला, आईजी प्रमोद वर्मा, कलेक्टर दीपक आर्य मौजूद थे. इसके अलावा एसपी तरुण नायक, नगर निगम आयुक्त चंद्रशेखर शुक्ला, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीसी शर्मा, अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी और स्थानीय किसान मौजूद थे.