Hailstrom in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के रायसेन (Raisen) जिले में बीते पांच दिनों से लगातार हो रही बेमौसम बारिश से खेतों में खड़ी हजारों एकड़ की फसल बर्बाद हो गई. कई गावों में आंधी, वर्षा और ओले गिरने से गेहूं की फसलें जमीन पर लेट गई है. वहीं, खेत में कटे रखे चने की फसल भी खराब हो गई है. इस दौरान खेतों में खड़ी फसलों की बर्बादी की खबर सुनकर सिलवानी (Silvani) तहसील के ग्राम पहरिया (Paharia) के एक किसान की सदमे में मौत हो गई. 


इलाके के दौरे पर पहुंचे कलेक्टर 


वहीं, बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुई नुकसान का जायजा लेने के लिए मंगलवार को कलेक्टर प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे. इस दौरान किसानों ने पॉलीथिन में भरकर रखे हुए ओले उन्हें दिखाए. कहर बनकर बरसे ओलो से सड़क और खेतों में बर्फ की परत जम गई थी. ऐसे में किसान परेशान हैं. सिलवानी तहसील के ग्राम पहरिया के एक किसान ने जब अपने खेत का हाल देखा तो सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाए, जिससे किसान की मौत हो गई. ग्रामीण अब अपनी किस्मत को कोस रहे हैं. हालांकि, अभी फसलों की बर्बादी का सरकारी आकड़ा आना बाकी है.


प्रशासन ने किसानों को मदद का दिलाया भरोसा


रायसेन जिले में हुई ओलावृष्टि से फसल बर्बादी होने के सदमे से जिस किसान की मौत हो गई है. उनकी लगभग 8 एकड़ की गेहूं और चना की फसल बर्बाद हो गई है. बताया दाता है कि इस की खबर 60 वर्षीय किसान हरप्रसाद लोधी को जैसे ही मिली, वह सदम में बैठ गया. इसके बाद हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई. रायसेन कलेक्टर अरविंद दुबे ने मृतक किसान के घर पहुंचकर परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इसके बाद कलेक्टर ने जिले के सभी तहसीलदारों और एसडीएम को गावों में टीम भेजकर सर्वे कराने के आदेश दिए. दरअसल, रबी की फसलों की कटाई चालू है, ऐसे में आफत की बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.


बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत


दरअसल, रायसेन जिले में शुक्रवार का दिन आफत का दिन साबित हुआ. यहां के कई गावों में तेज आंधी के साथ बारिश और ओले गिरे से जहां एक ओर चना और गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई. वहीं, अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गए.


यह भी पढ़ेंः Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश के मुस्लिम वोटों में सेंध लगाएगी CM शिवराज की लाडली बहना योजना! कांग्रेस पर भारी पड़ेगा दांव?