Jabalpur News: केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने मंगलवार को सेंट्रल जीएसटी (CGST) के एक अधिकारी सहित पांच लोगों को एक करोड़ की रिश्वत मांगने के आरोप में रंगे हाथ ट्रेप किया है.उन्हें रिश्वत की सात लाख की रकम लेते गिरफ्तार किया गया.देर रात आरोपियों के घर से भी लाखों रुपये जब्त करने की खबर है.आरोपियों को आज मंगलवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा.


दरअसल,राजस्थान निवासी त्रिलोक चंद सेन ने शिकायत की थी कि दमोह के नोहटा स्थित उनकी पान मसाला फैक्ट्री में सेंट्रल जीएसटी की टीम ने 19 मई को छापा मारा था.उन्होंने 10 लाख की टैक्स चोरी का मामला बनाते हुए फैक्ट्री को सील कर दिया था.फिर उसे रिलीज करने के एवज में एक करोड़ की रिश्वत मांगी जा रही थी.इसकी शिकायत मिलने पर सीबीआई जबलपुर की टीम ने मंगलवार की शाम इनकम टैक्स चौक के पास स्थित सीजीएसटी कार्यालय में छापामारी कर 7 लाख की घूस लेते हुए सीजीएसटी अधीक्षक समेत पांच अधिकारियों को रंगेहाथ पकड़ लिया. 


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परिसर को छापा मारकर सील कर दिया
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नोहटा स्थित गोपाल तम्बाकू प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक भागीरथ राय व गिरिराज विजय ने सीबीआई एसपी रिचपाल सिंह को कंपनी की ओर से एक शिकायत देकर बताया था कि 19 मई को सीजीएसटी जबलपुर के अधिकारियों द्वारा उनकी फर्म के कारखाना परिसर को छापा मारकर सील कर दिया गया था.कार्रवाई के बाद फैक्ट्री को रिलीज कराने के लिए शिकायतकर्ता सीजीएसटी अधिकारियों से मिले थे. 3 जून को उनकी मुलाकात अधीक्षक कपिल कांबले से हुई थी, तब उन्होंने कारखाना परिसर का रिलीज ऑर्डर जारी करने के लिए एक करोड़ की रिश्वत की मांग की थी. 


शिकायतकर्ता त्रिलोक चंद सेन के अनुसार फैक्ट्री का रिलीज ऑर्डर जारी करने के लिए 1 करोड़ की रिश्वत मांगी गई थी और 35 लाख में सौदा तय हुआ था.इसके बाद 5 जून को शिकायतकर्ताओं ने अधीक्षक कांबले को 25 लाख की रिश्वत की रकम सौंपी थी एवं शेष राशि का भुगतान करने के लिए कुछ मोहलत मांगी थी.10 जून की रात अधीक्षक ने फर्म के प्रबंधक गिरिराज को उनके मोबाइल के वॉट्सएप नंबर पर कॉल करके शेष 10 लाख की राशि का तुरंत भुगतान करने कहा था. रकम न देने पर मशीनरी की नीलामी करने की हिदायत भी दी गई थी. शिकायतकर्ताओं के आग्रह पर 10 लाख की रकम में रियायत कर 7 लाख का भुगतान करने कहा गया था. 


रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई
मंगलवार की शाम जैसे ही उन्होंने 7 लाख की रिश्वत की रकम सीजीएसटी कार्यालय में पहुंचकर अधिकारियों को दी, पीछे से सीबीआई की टीम ने दबिश दी.उनके पास से रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई.सीबीआई ने अधीक्षक कपिल कांबले,इंस्पेक्टर विकास गुप्ता,सोमेन गोस्वामी, प्रदीप हजारी और वीरेंद्र जैन को आरोपी बनाया है.


सीबीआई की टीम द्वारा सीजीएसटी कार्यालय में की गई छापामारी से अफरा-तफरी मच गई.इस दौरान कार्यालय के सभी गेटों को बंद कर दिया गया था. टीम द्वारा अधीक्षक व इंस्पेक्टरों के कक्षों की तलाशी लेकर 7 लाख की रकम बरामद की गई, वहीं कार्रवाई के दौरान सभी आरोपियों के आवासीय परिसरों की भी तलाशी ली गई.यहां से 21 लाख रुपये जब्त किये गए.