Jabalpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर संभाग के डॉक्टर मोहन यादव की नई सरकार की पहली बैठक में बीजेपी के पूर्व मंत्री और सीनियर एमएलए अजय विश्नोई बिफर गए. उन्होंने न केवल बैठक के समय को लेकर आपत्ति की बल्कि जबलपुर जिले में धान खरीदी में घोटाले के लिए भी अधिकारियों को जमकर घेरा. अजय विश्नोई ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार बहनों को लखपति बनाने का संकल्प लेकर चल रही है, लेकिन जबलपुर जिले में उन्हें षड्यंत्र पूर्वक धान खरीदी के काम से बाहर कर दिया गया.
यहां बताते चले कि मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार के मुखिया डॉ. मोहन यादव ने प्रशासनिक कसावट के लिए संभागीय लेवल पर मॉनिटरिंग की व्यवस्था शुरू की है.इसके लिए राज्य के सभी संभागों में एसीएस और एडीजी स्तर के अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है.
इन अधिकारियों को संभाग में जाकर मंत्रियों, सांसदों, विधायकों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ विकास कार्य और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करनी है. इसी क्रम में आज शुक्रवार (28 दिसम्बर) को जबलपुर में प्रभारी एसीएस विनोद कुमार और एडीजी चंचल शेखर ने बैठक बुलाई थी, लेकिन इसकी टाइमिंग को लेकर विवाद हो गया. पूर्व मंत्री और सीनियर एमएलए अजय विश्नोई इसे लेकर बिफर गए.
समय से पहले शुरू हुई बैठकदरअसल, विधायक अजय विश्नोई को बैठक का समय दोपहर 3:00 बजे का दिया गया, लेकिन बैठक 1:30 बजे ही शुरू हो गई थी. इसे लेकर अजय विश्नोई ने नाराजगी जाहिर की. इसके साथ ही विश्नोई ने जबलपुर में धान खरीदी में धांधली को लेकर यह तक कह दिया कि "सारा माजरा देखकर वे दुखी हैं."
विधायक बिश्नोई ने अधिकारियों पर लगाए ये आरोपबीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने कहा कि "एक तरफ सरकार बहनों को लखपति बन रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ भ्रष्ट अधिकारी धान खरीदी घोटाला करके किसान और सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं. बहनों के स्व सहायता समूह को नियम विरुद्ध तरीके से धान खरीदी के काम से बाहर कर दिया गया. इस मुद्दे को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्रियों से शिकायत की है."
वहीं, बैठक में शामिल हुए बीजेपी विधायक अशोक रोहानी ने कहा कि "बैठक में संभाग स्तर पर होने वाले विकास कार्यों की समीक्षा की गई है. साथ ही अधिकारियों की मौजूदगी में लॉ एंड ऑर्डर, धान खरीदी और विकसित भारत संकल्प यात्रा पर भी चर्चा की गई. बैठक में डॉ मोहन यादव की कैबिनेट के सदस्य राकेश सिंह भी मौजूद थे."
बैठक से कांग्रेस विधायकों ने बनाई दूरीनए साल में 3 जनवरी 2024 को जबलपुर में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें उनके सामने जबलपुर समेत पूरे महाकौशल के विकास की बात रखी जाएगी.हालांकि, शुक्रवार (29 दिसंबर) की इस बैठक में संभाग स्तर के सभी विधायकों को शामिल होना था, लेकिन बैठक से कांग्रेस के अधिकांश विधायकों ने दूरी बनाकर रखी. बैठक में केवल कांग्रेस विधायक मधु भगत और रजनीश सिंह शामिल हुए.
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