उज्जैन में 2 दिन पूर्व हुई सिविल इंजीनियर की हत्या के मामले में शिक्षक सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों ने हत्या की वारदात स्वीकार कर ली है. पुलिस इस अंधे कत्ल को लेकर काफी चिंतित थी. उज्जैन में जीरो पॉइंट ब्रिज के समीप 2 दिन पहले पंकज कन्नोजिया नामक सिविल इंजीनियर की चाकू घोंप कर हत्या कर दी गई थी. पंकज निजी ठेकेदार के यहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सिविल इंजीनियरिंग का कार्य देख रहा था. वह अपने साथी के साथ इंदौर में विवाह समारोह में शामिल होकर जब घर की ओर जा रहा था तो जीरो पॉइंट ब्रिज के समय उस पर चाकू से हमला हुआ. इस अंधे कत्ल में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम शेरा, हिमांशु, पीयूष बताए जा रहे हैं. तीनों आरोपियों ने एकमत होकर पंकज को मौत के घाट उतार दिया. इस मामले में देवास गेट थाना पुलिस ने आरोपी शेरा के पिता को भी गिरफ्तार किया है. आरोपी के पिता शिक्षक पर आरोप है कि उन्होंने तीनों हत्यारों को पनाह दी और साक्षी छुपाने की कोशिश भी की.


ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि हत्या की वारदात के बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जिसके बाद तीन आरोपियों के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ सारे साक्ष्य जुटाए और फिर उन्हें हिरासत में लिया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पंकज उज्जैन में अकेले रहता था और उसके मोबाइल से कुछ युवतियों के नंबर भी मिले थे, इसलिए पुलिस ने सभी बिंदुओं पर जांच की और फिर हत्याकांड का पटाक्षेप हुआ.


शराब के नशे में थे आरोपी
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पंकज मूल रूप से सतना का निवासी था. वह 4 सालों से उज्जैन में रह रहा था. इंदौर से लौटते समय वह जीरो पॉइंट ब्रिज के समय लघुशंका के लिए रूका. इस दौरान आरोपियों से उसकी कहासुनी हो गई जिसके चलते तीनों आरोपियों ने पंकज पर चाकू से हमला किया. मृतक के शरीर पर चाकुओं के नौ घाव मिले थे.


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