MP Government Jobs: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने शुक्रवार शाम राज्य सेवा परीक्षा 2020 की चयन सूची जारी कर दी.  साढ़े चार साल बाद किसी राज्य सेवा परीक्षा की फाइनल लिस्ट आई है. इस परीक्षा में मुरैना के अजय गुप्ता 1575 अंकों में से 939 अंक लाकर टॉप किया है.वहीं भोपाल की निधि भारद्वाज 924 अंकों के साथ दूसरे नंबर हैं. इंदौर निवासी सिम्मी यादव ने 923 अंक हासिल किया है. वो तीसरे स्थान पर रहीं.  इस परीक्षा के सर्वोच्च 10 स्थान में से चार पर लड़कियां रहीं. इन  सभी को डिप्टी कलेक्टर का पद मिला है. ओबीसी आरक्षण के विचाराधीन प्रकरण को देखते हुए आयोग ने फिलहाल अधूरा रिजल्ट ही जारी किया है. परीक्षा 260 पद के लिए ली गई थी, लेकिन परिणाम केवल 221 पदों का ही घोषित किया गया है. बाकी का परिणाम अदालत के फैसले के बाद जारी किया जाएगा.


टॉप 10 में कौन कौन रहा 


मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से जारी परिणाम के अनुसार चौथे स्थान पर मनीष धनगर, पांचवें स्थान पर अभिषेक मिश्रा, छठें स्थान पर अंबिकेश प्रताप सिंह, सातवें स्थान पर ज्योति लिलहारे, आठवें स्थान पर अर्चना मिश्रा, नवें स्थान पर नंदन कुमार तिवारी और 10वें स्थान पर शुभम पाटीदार रहे. 


अभी सतना में डीएसपी हैं टॉपर अजय गुप्ता 


इस परीक्षा में पहले स्थान पर आए अजय गुप्त अभी सतना में डीएसपी के पद पर तैनात हैं. अब वे डीएसपी से डिप्टी कलेक्टर बनेंगे. उन्होंने तीसरे प्रयास में यह परीक्षा टॉप किया है. उनके पिता चंद्र प्रकाश  गुप्त शिक्षक हैं. उनकी मां पुष्पा देवी गृहणी हैं. 


वहीं दूसरे स्थान पर आईं निधि भारद्वाज ने इंदौर से बीई की पढ़ाई की है. वो भोपाल की रहने वाली हैं. निधि ने दूसरे प्रयास में यह परीक्षा पास की है. उनके पिता चंद्रकांत भारद्वाज सेना में सूबेदार हैं. इंदौर निवासी सिम्मी यादव ने इस परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है. उनके पिता निगम में कर्मचारी हैं.उनका कहना है कि कुछ साल डिप्टी कलेक्टर के पद पर काम करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू करेंगी. 


आधा अधूरा परिणाम क्यों जारी करना पड़ा


ओबीसी आरक्षण के विचाराधीन प्रकरण को देखते हुए आयोग ने फिलहाल अधूरा रिजल्ट ही जारी किया है. परीक्षा 260 पद के लिए ली गई थी, लेकिन परिणाम केवल 221 पदों का ही घोषित किया गया है. बाकी का परिणाम बाद में जारी किया जाएगा.दिसंबर 2020 में राज्य सेवा परीक्षा घोषित की गई थी. 2021 में प्रारंभिक परीक्षा के बाद 2022 में मुख्य परीक्षा आयोजित की गई थी.


ओबीसी आरक्षण के लंबित विवाद के कारण पीएससी ने रिजल्ट का नया फार्मूला लागू कर दिया. 87 प्रतिशत पदों के लिए मुख्य परिणाम जारी किया गया, जबकि 13 प्रतिशत पदों के लिए दो प्रावधिक परिणाम जारी किए गए. इनमें एक 13 प्रतिशत की सूची अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की रखी गई और दूसरी ओबीसी की.इन 13 प्रतिशत प्रावधिक चयनित उम्मीदवारों के इंटरव्यू तो आयोजित किए गए लेकिन अंतिम परिणाम अब रोक लिया गया है.


अदालत यदि 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के पक्ष में निर्णय देता है तो 13 प्रतिशत ओबीसी प्रावधिक सूची को चयनित किया जाएगा.वहीं यदि 14 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के पक्ष में फैसला आया तो अनारक्षित वर्ग की प्रावधिक सूची में शामिल 13 प्रतिशत उम्मीदवारों को चयनित घोषित किया जाएगा.


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