Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित मशहूर चिड़ियाघर में अब लोग अफ्रीकी जेब्रा को भी देख सकेंगे. इंदौर वन्य प्राणी संग्रहालय को बुधवार (10 जनवरी) जेब्रा दिया गया. इन वन्य प्रणाली संग्रहालय में इस समय 1300 से ज्यादा जंगली जानवर हैं. इसके साथ इंदौर का चिड़ियाघर अब मध्य प्रदेश का पहला ऐसे चिड़ियाघर बन गया है, जहां पर खास तौर पर काली और सफेद पट्टी वाले जेब्रा मौजूद रहेंगे. 


इंदौर चिड़ियाघर को बुधवार (10 जनवरी) जेब्रा जैसे खूबसूरत जानवर की सौगात मिली. गुजरात के जामनगर से इस जेब्रा को विशेष वाहन से लाया गया. ये दोनों जेब्रा विशेष बाक्स में पैक कर इंदौर चिड़ियाघर में लाया गया. जेब्रा के जोड़े को एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इंदौर लाया गया है. इसके बदले इंदौर से जामनगर के लिए व्हाइट टाइगर भेजा जाएगा. इससे पहले चिड़ियाघर प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया था कि इंदौर लाए गए जेब्रा को जामनगर से लाया गया है. एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत प्रदेश में जेब्रा सिर्फ इंदौर में ही देखने को मिलेगा.


इंदौर चिड़ियाघर में जानवरों की बढ़ी संख्या
दरअसल, कुछ समय पहले इंदौर वन्य प्राणी संग्रहालय के प्रबंधन ने एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दूसरे वन्य प्राणी संग्रहालयों को एक प्रस्ताव भेजा था. इस प्रस्ताव में चिड़ियाघर ने कहा था कि "उनके पास मौजूद जानवरों की सूची में से अन्य चिड़ियाघर एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत चुने गए प्राणी अपने चिड़ियाघर में ले सकते हैं. जो लिस्ट बनाई गई थी उसमें बाघ, शेर, हिरण, चीतल और सियार शामिल हैं. हालिया दिनों में इंदौर के चिड़ियाघर में शेर, टाइगर, हिरण, चीतल और सियार की संख्या बढ़ गई है, इसलिए इन्हें दूसरी चिड़िया घरों को दिया जा रहा है.


कोरोना ने एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम पर लगाया ब्रेक
इससे पहले भी चिड़ियाघर प्रशासन ने 3 साल पहले जेब्रा लाने की प्लानिंग जरूर की थी, लेकिन कोविड  की वजह से उसे अमल में नहीं लाया जा सका. बताया जा रहा है कि अफ्रीकी जेब्रा लाने के लिए मुंबई के वीर माता जीजाबाई चिड़ियाघर को एक प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था. वहीं एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत सेंट्रल जू अथॉरिटी से इंदौर जू को हरी झंडी मिल गई थी, लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी फैल गई, जिसकी वजह से एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम को अमल में नहीं लाया जा सका है.


विदेशों से लाए गए हैं ये जानवर और पक्षी
एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जामनगर चिड़ियाघर को इंदौर से पांच बाघ और छह शेर दिए गए हैं. बदले में 80 से ज्यादा प्रजातियों के 245 से ज्यादा विदेशी पक्षी और जानवरों को वहां से यहां लाया गया है, इसमें सांप, मकोव, इगुआना, कछुए, पॉकेट बंदर, फिंच, कैनाइन, लॉरी और अन्य पक्षी शामिल हैं."


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