Palamu Tiger Reserve: लातेहार के पलामू टाइगर रिजर्व के गारू पश्चिमी वन क्षेत्र में वन विभाग को छापेमारी के दौरान बड़ी सफलता मिली है. रेंजर तरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने वन क्षेत्र के सुरकुमी गांव में छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध लकड़ी बरामद की है. इस दौरान वन विभाग की टीम ने चार तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया है. तस्करों के पास से चार बंदूक बरामद की गई है.


‘लकड़ी की तस्करी की मिली थी सूचना’ 
दरअसल, पलामू टाइगर रिजर्व के गारु पश्चिमी वन क्षेत्र में वन तस्करों के द्वारा बड़े पैमाने पर जंगल की लकड़ी की तस्करी किए जाने की सूचना रेंजर तरुण कुमार सिंह को मिली थी. सूचना के बाद रेंजर ने एक टीम बनाकर लकड़ी तस्करों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान सूरकुमी गांव में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर लगभग 10 लाख रुपये कीमत की अवैध लकड़ी बरामद की गई.


इस दौरान वन विभाग की टीम ने गांव से ही 2 लकड़ी तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों की निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर दो अन्य लकड़ी तस्करों को भी गिरफ्तार करने में सफलता मिली.


‘तस्करों से 4 बंदूक भी बरामद’
वहीं गिरफ्तार तस्करों से मिली सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर चार अवैध बंदूक भी बरामद की है. गिरफ्तार तस्करों में पारा टीचर रमेश कुमार गुप्ता, गौतम कुमार, बालेश्वर लोहरा और किशुन बृजिया शामिल हैं. सभी गारु थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.


‘कीमती लड़कियों को काटकर करते थे तस्करी’
गिरफ्तार तस्कर कुछ ग्रामीणों को प्रलोभन देकर जंगल की कीमती लकड़ियों को कटवा कर तस्करी करते थे. पलामू टाइगर रिजर्व के जंगल में बड़े पैमाने पर कीमती लकड़ियां पाई जाती हैं. इनमें शीशम, सागवान, बीया समेत कई अन्य कीमती लकड़ियां भी शामिल हैं. इनकी कीमती लकड़ियों की डिमांड बाजार में काफी अधिक होती है.


इधर, इस संबंध में रेंजर तरुण कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ तस्करों के द्वारा लकड़ी की कटाई की जा रही है. सूचना के बाद उन्होंने इसकी जांच- पड़ताल की तो सूचना बिल्कुल सही पाई गई. 


‘जंगल को नुकसान पहुंचाने वालों पर होगी कार्रवाई’
रेंजर तरुण कुमार सिंह  ने कहा कि जंगल को नुकसान पहुंचाने वाले दोषियों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा. जंगल को नुकसान पहुंचाने वाले लोग पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिससे पूरा समाज प्रभावित होगा. उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि जंगल को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों की सूचना तत्काल वन विभाग को दें, ताकि दोषियों पर समय रहते कार्रवाई की जा सके. छापेमारी दल में रेंजर तरुण कुमार सिंह के अलावा वनपाल प्रेमजीत तिवारी, अमृत कुमार, वनरक्षी अरुण कुमार, विशाल कुमार सिंह पंकज पाठक बिपिन कुमार समेत काफी संख्या में वन कर्मी शामिल थे.


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