Jharkhand News: झारखंड की राजधानी रांची से एक नाबालिग से ढाई साल से यौन शोषण का मामला सामने आया है. खबर यह है कि घर में काम करने वाली एक नाबालिक ने पुलिस से घर के मालिक के खिलाफ मारपीट और यौन शोषण की शिकायत की है. रांची के जगरनाथ थाना क्षेत्र की रहने वाली एक नाबालिक ने नामकुम थाना क्षेत्र के रहने वाले संतोष के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया है. 


रांची के एसटीएससी थाने पुलिस ने पीड़िता ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की है. पीड़िता का आरोप है कि संतोष नामक युवक करीब तीन साल पहले उसके घर आए थे. तब उन्होंने उसके परिजनों को बताया था कि वह उसे घर के कामों के साथ साथ पढ़ाई लिखाई भी करवाएगा, जिसके बाद परिजनों ने नाबालिक को उस युवक के साथ भेज दिया. शुरुआत में सब ठीक था. मगर कुछ महीनों के अंतराल के बाद उस पर काम का पूरा बोझ डाल दिया गया. काम पूरा नहीं कर पाने पर रोज नाबालिक के साथ गाली गलौज और मारपीट की जाती थी. 


पीड़िता का कहना है कि मारपीट के बाद वह नाबालिक रोने लगती तब संतोष उसे सहानभूति दिखाते हुए चुप करने के बहाने से उसके साथ जबरन शारिरिक शोषण करता था. साथ ही धमकी देता था कि किसी को इस बारे में जानकारी दी तो जान से मार देगा. नाबालिक के अनुसार जब उसने मामले की जानकारी संतोष की पत्नी को दी तब उसके द्वारा भी नाबालिक के साथ मारपीट की गई, उसने कई बार वहां से भागने की भी कोशिश की. मगर आरोपी उसे कैद कर रखता था. नाबालिक ने पुलिस को बताया कि पिछले 10 अगस्त को उसका भाई संतोष के घर आया और नाबालिक को अपने साथ घर ले आया. तब संतोष पूरी तरह से बौखला गया. 11 अगस्त को उसके भाई को फोन कर नाबालिक को वापस भेजने को कहने लगा. 


परिजनों को दी जान से मारने की धमकी


इसके बाद मैंने अपने भाई को सारी बातें बताई. इसके बाद भाई ने अपनी बहन को भेजने से मना कर दिया, जिसके बाद 13 अगस्त को संतोष अपने कुछ लोगों के साथ उसके घर आया और नाबालिक को ढूंढने लगा. जब उसे नाबालिक नहीं मिली तो उसने नाबालिक के भाई को ही अपने साथ ले गया और परिजनों को धमकी दी कि जब तक वे लोग नाबालिक को संतोष के पास नहीं भेजते, तब तक उसका भाई बंधक रहेगा. मगर 15 अगस्त के दिन उसका भाई वापस घर आ गया, जिसके बाद संतोष दोबारा उसके घर पहुंचा, जहां नाबालिक उसे देखते ही वहां से भाग खड़ी हुई. इससे नाराज संतोष ने परिजनों को जान से मारने की धमकी दी है.


मामले की जांच में जुटी पुलिस 


यह मामला संज्ञान में आते ही रांची पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में जुट गई है. रांची पुलिस का कहना है कि एसटी-एससी थाने से जांच को नामकुम थाने भेज दिया गया है. दोनों पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनपर पुलिस कठोर करवाई करने से पीछे नहीं हटेगी.


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