Lok Sabha Elections 2024: 2024 चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. जहां बीजेपी अपनी केन्द्र सरकार की उपलब्धियों को भुनाने में लगी है. वहीं झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर एक बार फिर से दिल्ली दरबार में गहमगमी तेज हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल कांग्रेस कमिटी द्वारा झारखंड-बिहार सहित कई राज्यों के संगठन में फेरबदल किया जा सकता है. इस संबंध मे केंद्रीय नेतृत्व तैयारी कर रहा है, जिसके तहत फिलहाल 9 राज्यों में प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा बदल सकता है. यह बदलाव अगले साल होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किया जा रहा है.


झारखंड कांग्रेस में भी अब कई गुट बन चुके है और रह-रह कर विवाद सामने आता रहता है. वहीं राजनीतिक जानकारों की मानें तो ये होने वाले चुनावी दंगल के लिए सही नहीं है. बताते चले कि प्रदेश के कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं से भी इस संबंध में फीडबैक लिये जा रहे हैं. वहीं प्रदेश के बड़े नेता भी दिल्ली में अपना-अपना खूंटा मजबूत करने के लिए केंद्रीय नेताओं के पास अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. इस संबंध में खबर आ रही है कि झारखंड कांग्रेस के आधा दर्जन से ज्यादा नेता प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में हैं. इससे पहले इस दौड़ में पश्चिम सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा सबसे आगे थीं, लेकिन आने वाले दिनों में उनकी राजनीतिक परिस्थिति क्या होगी इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.


सुबोधकांत सहाय को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी


वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय पार्टी में कद्दावर नेता के रूप में गिने जाते है. ऐसे में इनका नाम प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उछाला जा रहा है. वह गैर आदिवासी चेहरे में सबसे कद्दावर नाम हैं. हालांकि, सूचना है कि सहाय को पार्टी केंद्रीय टीम में शामिल कर किसी राज्य का प्रभारी बना सकती है. सुबोध कांत सहाय को पार्टी महासचिव बनाने की तैयारी में है. पिछले दिनों इनको केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया था. आला नेताओं से इनकी लंबी चर्चा हुई थी. कांग्रेस के गलियारे में चर्चा है की सुबोध कांत को बड़ी जिम्मेवारी देने की तैयारी में केंद्र जुटा है.



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