Jharkhand News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद से उनकी पत्नी कल्पना सोरेन लोकसभा चुनाव में काफी एक्टिव हैं. पार्टी ने उन्हें गिरिडीह जिले की गांडेय विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी उम्मीदवार बनाया है.


इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि चुनाव रिजल्ट के बाद कल्पना सोरेन सीएम चंपई सोरेन को हटाकर झारखंड में मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल सकती हैं.हालांकि उन्होंने साफ-साफ शब्दों में इससे इनकार किया है.


क्या सीएम की कुर्सी संभालेंगी कल्पना सोरेन? 
द लल्लनटॉप से बातचीत के दौरान जब कल्पना सोरेन से पूछा गया कि क्या 4 जून (लोकसभा चुनाव रिजल्ट की तारीख) के बाद सीएम की कुर्सी संभालेंगी? तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल नहीं. चंपई सोरेन की कुर्सी को लेकर सवाल ही अपने आप में भयावह है.


इससे अफवाहें फैलती है और अफवाह की बाद भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाती है. अभी जो स्थिति है, वही चार जून के बाद भी रहेगी. चार जून के बाद भी चंपई सोरेन गठबंधन की सरकार चलाते रहेंगे.


‘राजनीति में नहीं आना चाहती थी’
एक्टिव राजनीति और विधानसभा उपचुनाव लड़ने के फैसले पर कल्पना सोरेन ने कहा, ''31 जनवरी को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद से ही कार्यकर्ताओं की मांग उठने लगी कि भईया नहीं तो भाभी कमान संभालें. मेरा पहले से मानना था कि राजनीति में नहीं जाना है, लेकिन गिरफ्तारी के बाद कार्यकर्ताओं की मांग उठने लगी.


लोगों ने लगातार हमसे कहा कि राजनीति में आइए. जेल में हम कार्यकर्ताओं की बातों को हेमंत सोरेन को बताते थे. फिर सामूहिक तौर पर सक्रियता को लेकर निर्णय लिया गया.''


झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) में फूट और भाभी सीता सोरेन के बीजेपी में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी टीवी से मिली. उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि वो दुमका सीट पर पार्टी का प्रचार करेंगी. बीजेपी ने सीता सोरेन को दुमका लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.


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