NCP Symbol Name Row: एनसीपी के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजित पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने को लेकर तमाम राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आ रही है. इसी कड़ी में जेएमएम सांसद महुआ माजी की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि ये प्रधानमंत्री के पद की गरिमा के अनुरूप ही होना चाहिए. ना कि राजनीति होनी चाहिए, चुनाव नजदीक है, चुनावी इस्तेमाल ना हो तो जनता को ज्यादा अच्छा लगेगा. 


देश में विपक्ष को खत्म किया जा रहा है
सांसद महुआ माजी ने आगे कहा कि सरकार अभी उनकी है वो चाहे कुछ भी कर लें. लेकिन जनता तो देख ही रही है कि क्या हो रहा है देश में, किस तरह से विपक्ष को खत्म किया जा रहा है. लोकतंत्र में विपक्ष की अपनी भूमिका है, विपक्ष को हमेशा सम्मान देना चाहिए ताकि लोकतंत्र का अस्तित्व बचा रहे. सांसद सुप्रिया सुले को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का सवाल है तो वे अंतिम सांस तक लड़ेंगी. जिन्होंने पार्टी बनाई है, जनता उनके साथ है ऐसे में इतनी आसानी से वे इसे जाने नहीं दे सकती हैं, यह उनका अधिकार है.


‘शरद पवार से छिनी अपनी ही पार्टी’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अब चुनाव आयोग के फैसले के बाद अजित पवार की हो गई है. एनसीपी का चुनाव चिह्न 'घड़ी' भी अजित पवार को आवंटित किया गया है. जिसको शरद पवार गुट ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया है. निर्वाचन आयोग के फैसले को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि 'ऊपर से दबाव' के तहत निर्वाचन आयोग ने ये फैसला लिया है.


वहीं सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्त्ता शरद पवार के साथ है वो फिर से पार्टी का निर्माण करेंगे. जयंत पाटिल ने कहा कि पार्टी उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी. वहीं निर्वाचन आयोग के फैसले पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि वो विनम्रता के साथ फैसले का स्वीकार करते हैं.


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